Apr 1, 2013

एक समय की बात है|....

एक समय की बात है|चाइना में लिली नाम की एक लड़की रहेती थी|
वह शादी करके अपने पति और सासुमा के साथ रहने लगती है|
लिली जल्दी से ससुमा के साथ adjust नहीं कर पाती है| लिली को
ससुमा का स्वाभाव अच्छा नहीं लगता है और सासुमा भी हर वक्त
लिली की बुराइयाँ निकलती रहती है| दिन ब दिन उनका रिश्ता
बिगड़ता जाता है | गुस्सा मारा मारी झगड़ा चलता रहेता है|
बिचारा पती टेंशन में जीता रहता है|आखिर में लिली बहुत हे
कंटाल जाती है | क्योंकि उसकी सासुमा उसकी हमेशा बेइज्जती
करती रहेती है|

लिली इतनी परेशान हो जाती है की वो सोचती है की अभी सासुमा
को ही ख़त्म कर देते है हमेशा के लिए| लिली एक ऐसे वैदराज गर्ग
के पास पहुँचती है जो उसके पिताजी के खास दोस्त थे और लिली उन्हें
संझाती है की कैसे उसकी साँस ने उसका जीना हराम कर दिया है|
और उन्हें कहेती है की ऐसा जहर दो की उसकी सासुमा खा कर
तुरंत मर जाए |
वैदराज गर्ग थोडा सा सोचते है और कहेते है की ठीक है मै तुम्हारी
समस्या का हमेशा का हल निकाल देता हूँ| पर तुम्हे मेरी बाते द्यान
से समझनी होगी | लिली कहेती है ठीक है वैदराज जी आप जैसा कहोगे
मै वैसा ही करुँगी | वैदराज अन्दर जाते है और कुछ गोलियां लेकर
वापिस आते है | वह लिली को समझाते है की वह उसकी सासुमा के लिए
धीमा जहर दे रहे है | अगर तेज जहर देंगे तो लोगो को शक होगा की
लिली ने ही उसे मार दिया है | लिली को समझाते है की रोज अच्छा खाना
बनाना और एक गोली सुबह और एक गोली रात को खाने में डाल देना|
हाँ याद रहे किसी को शक ना पड़े इस लिए सावधान रहेना|
और इसलिए सासुमा से अच्छे से रहेना | उसके साथ कोई वाद विवाद ना
करना और जैसा कहे हर बात मान ना| उसकी ऐसी सेवा करना की
वह खुश हो जाए और जीतना वह तुम्हारे ऊपर खुश होगी उतना ही
जहर उसके ऊपर काम करेगा |और लगबग छह महीनो के करीब
तुम्हारी सासुमा का राम नाम एक हो जायेगा|

समय बीतता गया और लिली वैसा ही करती रही जैसा वैदराज ने कहा
था |वह उसकी माँ के साथ ऐसा बर्ताव करने लगी जैसे की वो अपनी खुद की
माँ हो| कुछ ही समय में लिली का स्वभाव बदलने लगा | वह जैसा सासुमा
बोले वैसा ही करने लगी | कभी वाद विवाद नहीं किया और अपने गुस्से
को भी कंट्रोल करना सिख गई |

धीरे धीरे सासुमा भी कुश रहने लगी और बहुत ही अच्छा चलने लगी |
सासुमा का भी स्वाभाव बहुत हे अच्छा रहने लगा | जो सासुमा हमेशा
लिली का अपमान करती थी वो अब सभी लोगो के सामने लिली की
तारीफ़ करने लगी थी | साँस और बहु ऐसे रहने लगे जैसे की सगे माँ
और बेटी हो| लिली का पती भी बहुत ही खुश रहने लगा | लिली
रोज रोज सासुमा के स्वादिस्ट भोजन में थोडा थोडा जहर डालती
रहेती थी|

एक दिन लिली दौड़ती दौड़ती वैधराज के पास पहुंची और कहने लगी
वैधराज जी प्लीज फीर से मेरी मदद कीजिये मै अपनी प्यारी सासुमा
को नहीं मारना चाहती प्लीज ऐसी दवा दीजिये की मेरी सासुमा का
जहर समाप्त हो जाए | क्योंकि मेरी सासुमा बहुत अच्छी है और मुझे
बहुत ही प्यार करती है |

वैदराज मुस्कुराये और कहने लगे की चिंता की कोई बात नहीं है|
क्योंकि जो मैंने तुम्हे दिया वो जहर नहीं पर विटामिन की गोली थी|
जहर तो तुम्हारे दिमाग में था जो अब निकल चूका है|

Mar 31, 2013

मुलायम को लैपटॉप नहीं, सोलर पैनल बाटना चाहिए था ...


उत्तर प्रदेश में 21 करोड़ लोग हैं और करीब 2.5 करोड़ परिवार हैं जिसमे से 80% यानि 2 करोड़ परिवार गाँव में रहते हैं जहा पर बिजली कब आयेगी और कब तक आयेगी किसी को पता नहीं है. मुलायम के बेटे की सरकार ने यदि लैपटॉप की जगह “सोलर पैनल” बाटा होता तो क्या होता ????

... 1- अखिलेश का बाँटा हुआ लैपटॉप 19000/- रुपये का है जिसमे 40 वाट के 3 सोलर पैनल आ जाते यानी 15 लाख लैपटोपों की कीमत में 45 लाख सोलर पैनल लग सकते हैं जिससे की 200 लाख में से 45 लाख परिवारों के पास अनिवार्य बिजली की सुविधा हो जाती यानि करीब एक चौथाई ग्रामीण घरों को 40 साल के लिए बिजली मिलना सुनिश्चित हो जाता.

चीन के बाज़ार के हिसाब से 40 वाट का पैनल 40 x 29/- = 1160/- रुपये में आ जाना चाहिए बाकि का खर्चा तार/बैटरी/लाईट/चार्जर आदि का. मजेदार बात यह है की भारत की सरकारे सोलर पैनल 200 रुपये प्रति वाट बेचती है जिससे की गरीब आदमी के घर में बिजली आ ही न सके.

2- बच्चे लैपटॉप लेकर घूम रहे हैं की इसे चार्ज कहा करे जिस गाव में मोबाइल इस लिए बंद हो जाते हैं की बिजली का पता नहीं है उस गाँव के लोगो को सरकार सोलर पैनल देती तो ज्यादा बढ़िया होता क्योकि इससे पूरे परिवार को फायदा होता यानि इस छोटी से योजना से भी 5 करोड़ लोगों के जीवन में प्रकाश आता.

Mar 30, 2013

कुछ रोचक तथ्य


--------------- ­----------->
✿ कोई भी व्यक्ति स्वयं की कुहनी को चाट नहीं सकता

--------------- ­----------->
✿ छींकते वक्त आँखे खुली रखना असम्भव है।

--------------- ­----------->
✿ छींकते समय हृदय की गति एक मिली सेकंड के लिए रुक जाती है।

--------------- ­----------->
✿ मात्र एक घण्टा तक हेडफोन पहने रहने से कान में बैक्टीरिया की संख्या 700 गुना बढ़ जाती है।

--------------- ­----------->
✿ लाइटर का आविष्कार माचिस से पहले हुआ।

--------------- ­----------->
✿ उँगलियों के निशान जैसे ही सभी के जीभ के निशान भी अलग-अलग होते हैं।

--------------- ­----------->
✿ बिना खाना खाए एक माह तक जिंदा रहा जा सकता है जबकि बिना पानी पिए केवल एक सप्ताह। शरीर में सिर्फ 1% पानी की कमी होने पर प्यास महसूस होने लगती है और 10% कमी होने पर प्राण निकल जाते हैं।

--------------- ­----------->
✿ ध्वनि की गति हवा की अपेक्षा स्टील में 15 गुनी अधिक होती है।

--------------- ­----------->
✿ लिओनार्डो डा विंसी एक ही समय में एक हाथ सेलिख सकते थे साथ ही दूसरे हाथ से चित्रकारी भी कर सकते थे।

--------------- ­----------->
✿ च्युइंगगम चबाते-चबाते प्याज काटने से आँख से आँसू नहीं आते। (यद्यपि प्याज काटने से आँखों में आँसू बनने की प्रक्रिया अवश्य होती है किन्तु जबड़ों के लगातार चलते रहने केकारण वे आँख तक नहीं आ पाते।)

--------------- ­----------->
✿ “Rhythm” अंग्रेजी का वह सबसे बड़ा शब्द है जिसमें अंग्रेजी का कोई भी स्वर (vowel) का प्रयोग नहीं हुआ है।

--------------- ­----------->
✿ शहद एक ऐसा खाद्य पदार्थ है जो हजारों साल तक खराब नहीं होता। (मिश्र के फैरो के कब्रों में पाए गए शहद को पुरातत्वविदों द्वारा चख कर देखने पर पाया गया है कि वह आज भी खाने योग्य है।)

--------------- ­----------->
✿ नींद में होने पर भी डॉल्फिन की एक आँख खुलीरहती है ..!!!

--------------- ­----------->

Mar 29, 2013

एक आदमी जंगल से गुजर रहा था

एक आदमी जंगल से गुजर रहा था । उसे
चार स्त्रियां मिली ।
उसने पहली से पूछा - बहन तुम्हारा नाम क्या हैं ?
उसने कहा -: "बुद्धि "!
तुम कहां रहती हो?
... उसने कहा-: मनुष्य के दिमाग में।
दूसरी स्त्री से पूछा - बहन तुम्हारा नाम क्या हैं ?
" लज्जा "।
तुम कहां रहती हो ?
उसने कहा-: आंख में ।
तीसरी से पूछा - तुम्हारा क्या नाम हैं ?
"हिम्मत"
कहां रहती हो ?
उसने कहा-: दिल में ।
चौथी से पूछा - तुम्हारा नाम क्या हैं ?
"तंदुरूस्ती"
कहां रहती हो ?
उसने कहा-: पेट में।
वह आदमी अब थोडा आगे बढा तों फिर उसे चार पुरूष मिले।
उसने पहले पुरूष से पूछा - तुम्हारा नाम क्या हैं ?
" क्रोध "
कहां रहतें हो ?
दिमाग में,
दिमाग में तो बुद्धि रहती हैं,
तुम कैसे रहते हो?
उसने कहा-: जब मैं वहां रहता हुं तो बुद्धि वहां से विदा हो जाती हैं।
दूसरे पुरूष से पूछा - तुम्हारा नाम क्या हैं?
उसने कहां -" लोभ"।
कहां रहते हो?
आंख में।
आंख में तो लज्जा रहती हैं तुम कैसे रहते हो।
उसने कहा-: मेरे रहते लज्जा का कोई ठिकाना नहीं है
मै कुछ भी करवा सकता हूँ ..चोरी ,डकैती, हत्या आदि
तीसरें से पूछा - तुम्हारा नाम क्या हैं ?
जबाब मिला "भय"।
कहां रहते हो?
दिल में तो हिम्मत रहती हैं तुम कैसे रहते हो?
उसने कहा-: जब मैं आता हूं तो हिम्मत भाग जाती है ..!!
चौथे से पूछा - तुम्हारा नाम क्या हैं ?
उसने कहा - "रोग"।
कहां रहतें हो?
पेट में।
पेट में तो तंदरूस्ती रहती हैं,
उसने कहा-: तुम जैसे सहनशील व्यक्ति जब अपना संतुलन खो देते हो
तब मैं आता हूँ और तन्दरुस्ती को भगा कर तुम्हारे शरीर में राज
करता हूँ ...!!

Mar 28, 2013

पनीर का टुकड़ा

मंगरूआ की बेटी की शादी थी,
... शादी के लिये मंगरूआ ने पूरे तीस हजार रूपये इकठ्ठा किये थे.

घरातियो ने बस गुड़ पानी लिया,
चूकी बेटी की शादी मेँ गाँव वाले खाना नहीँ खाये.

साठ बारातियो के लिये चावल और छोले का इंतजाम हो रहा था.

चाय के लिये रखा गया आधा किलो दूध फट गया.
फूफाजी ने पनीर के चार गोले बनाकर छोले मेँ डाल दिये,
सोचे की बाद मेँ अपने लिये निकाल लेंगे.

पनीर के टुकडे पे जीजाजी की भी नजर पड गई.

बारात आ गई,
बारातियो के खाने का इंतजाम शुरु हो गया.

इधर जीजा जी और फूफाजी पनीर की टोह मेँ छोले के पास ही रहे.
खुद से ही छोले चलाने लगे.

इधर बारातियो ने जमकर खाना शुरु किया,
चावल कम पड़ गये.
घर मेँ कोहराम मच गया.

घर की महिलाओ ने दही मेँ हल्दी मिलाकर बारातियो पे छिंटे मारने लगी.

बेचारे बाराती आधे-अधूरे भरे पेट से उठ कर भाग गये खाने से,
कपडे जो बचाने थे.

तभी फुफाजी को एक पनीर का टुकड़ा मिला,
शायद एक ही बचा था.
बाकी टुकडे शायद बारातियो के प्लेट मेँ जा चूके थे.

जीजाजी और फूफाजी अपना अधिकार जताने लगे पनीर के लजीज टुकड़े पर.

दोनो प्लेट पे एक साथ हाथ रख कर एक दुसरे को उठाने नहीँ दे रहे थे.

अचानक आपाधापी मेँ टुकड़ा नीचे गिर पड़ा.

गिरते ही गाँव का मरियल कुत्ता शेरू अपने जबड़े में दबाकर रफ्फूचक्कर हो गया.

फूफाजी और जीजाजी हाथ मलते रह गये.

इसके बाद दोनो दूध के बर्तन के आस-पास देखे गये...
...कि कब दूध फटे और कब....
;-)
thanks to :-
सन्नि कुमार तिवारी