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Mar 23, 2013

फेसबुक सा फेस है तेरा, गूगल सी हैं आँखें.........

फेसबुक सा फेस है तेरा, गूगल सी हैं आँखें

एंटर करके सर्च करूँ तो बस मुझको ही ताकें

रेडिफ जैसे लाल गाल तेरे हॉटमेल से होंठ

बलखा के चलती है जब तू लगे जिगर पे चोट

सुराही दार गर्दन तेरी लगती ज्यों जी-मेल

... अपने दिल के इंटरनेट पर पढ़ मेरा ई-मेल

मैंने अपने प्यार का फारम कर दिया है अपलोड

लव का माउस क्लिक कर जानम कर इसे डाउनलोड

हुआ मैं तेरे प्यार में जोगी, तू बन जा मेरी जोगिन

अपने दिल की वेबसाईट पर कर ले मुझको लोगिन

तेरे दिल की हार्डडिस्क में और कोई न आये

करे कोई कोशिश भी तो पासवर्ड इनवैलिड बतलाये

गली मोहल्ले के वायरस जो तुझ पर डोरे डालें

एन्टी वायरस सा मैं बनकर नाकाम कर दूँ सब चालें

अपने मन की मेमोरी में सेव तुझे रखूँगा

तेरी यादों की पैन ड्राइव को दिल के पास रखूँगा

तेरे रूप के मॉनिटर को बुझने कभी न दूँगा

बनके तेरा यू पी एस मैं निर्बाधित पावर दूँगा

भेज रहा हूँ तुम्हें निमंत्रण फेसबुक पर आने का

तोतों को मिलता है जहाँ मौका चोंच लड़ाने का

फेसबुक की ऑनलाईन पर बत्ती हरी जलाएंगे

फेसबुक जो हुआ फेल तो याहू पर पींग बढ़ायेंगे

एक-दूजे के दिल का डाटा आपस में शेयर करायेंगे

फिर हम दोनों दूर के पंछी एक डाल के हो जायेंगे

की-बोर्ड और उँगलियों जैसा होगा हमारा प्यार

बिन तेरे मैं बिना मेरे तू होगी बस बेकार

फिर हम आजाद पंछी शादी के सी पी यू में बन्ध जायेंगे

इस दुनिया से दूर डिजिटल की धरती पे घर बनाएँगे

फिर हम दोनों प्यासे-प्रेमी नजदीक से नजदीकतर आते जायेंगे

जुड़े हुए थे अब तक सॉफ्टवेयर से अब हार्डवेयर से जुड़ जायेंगे

तेरे तन के मदरबोर्ड पर जब हम दोनों के बिट टकराएँगे

बिट से बाइट्स, फिर मेगा बाइट्स फिर गीगा बाइट्स बन जायेंगे

ऐसी आधुनिक तकनीकयुक्त बच्चे जब इस धरती पर आयेंगे

सच कहता हूँ आते ही इस दुनिया में धूम मचाएंगे

डाक्टर और नर्स सभी दांतों तले उंगली दबाएंगे

होगे हमारे 3g बच्चे और याहू-याहू चिल्लायेंगे……
by...
प्रभाकर

Feb 19, 2013

फेसबुक सोशल मीडिया से जुड़ी 10 रोचक बातें :

इंटरनेट यूज करने वाला लगभग हर व्यक्ति किसी न किसी सोशल नेटवर्किंग साइट्स से जुड़ा है। इन साइट्स पर नए-नए दोस्त बनाने, पुराने दोस्तों को खोजने के साथ ही अभिव्यक्ति क‍ा नया माध्यम भी दिया है। आइए जानते हैं सोशल मीडिया से जुड़ी 20 रोचक बातें :
1. फेसबुक पर बराक ओबामा की जीत संबंधी पोस्ट 4 लाख से अधिक लाइक के साथ फेसबुक पर सबसे ज्यादा पसंद किया गया फोटो बन गया।
2. फेसबुक के 25 फीसदी से ज्यादा यूजर्स किसी भी तरह के प्राइवेसी कंट्रोल को नहीं मानते।
3. इस सोशल नेटवर्किंग साइट के जुड़े हर व्यक्ति से औसत रूप से 130 लोग जुड़े हैं।
4. फेसबुक के साथ 850 मिलियनसक्रीय मासिक यूजर्स जुड़े हुए हैं।
... 5. इस नेटवर्किंग वेबसाइट के कुल यूजर्स में से 21 प्रतिशत एशिया से हैं, जो इस की महाद्वीप की कुल आबादी के चार प्रतिशत से कम है।
6. 488 मिलियन यूजर्स रोज मोबाइल पर फेसबुक चलाते हैं।
7. फेसबुक पर सबसे ज्यादा पोस्ट ब्राजील से किए जाते हैं। वहां से हर माह लगभग 86 हजार पोस्ट किए जाते हैं।
8. 23 प्रतिशत यूजर्स रोज पांच या उससे अधिक बार अपना फेसबुक अकाउंट चेक करते हैं।
9. फेसबुक पर 10 या उससे अधिक लाइक्स वाले 42 मिलियन पेज है।
10. 1 मिलियन से अधिक वेबसाइट्स अलग अलग तरह से फेसबुक से जुड़ी हुई है।

Feb 12, 2013

TOP 15 वेबसाइट, जिन्हें पोर्न साइट से भी ज्यादा देखते हैं लोग

Facebook.com – 83 करोड़ 67 लाख यूनीक विजिटर्स

क्या है यह: फेसबुक एक सोशल नेट्वर्किंग साइट है। इसकी शुरुआत मार्क जुकेरबर्ग ने हार्वर्ड में अपने पढ़ाई के दौरान की थी।

कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: शुरुआत में यह सिर्फ हार्वर्ड के स्टूडेंट्स के लिए थी, जिसे बाद में दूसरे यूनिवर्सिटी और कॉलेजों के स्टूडेंट्स के लिए ओपन किया गया। जब कंपनी ने 13 साल की उम्र से अधिक किसी को भी इससे जोड़ना शुरू किया, तब से अब तक यह बन गई दुनिया की सबसे बड़ी वेबसाइट।

Google.com – 78 करोड़ 28 लाख यूनीक विजिटर्स

क्या है यह: गूगल एक वेब सर्च इंजन है.

कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: इसकी शुरुआत 1998 में तब हुई जब सर्च इंजन मार्केट में और भी बहुत सारी कंपनियां थीं। लेकिन यह अपने सबसे तेज सर्च और सबसे क्लीन होम-पेज के कारण बन गया वेब सर्चिंग का बेताज बादशाह। आज इसके पास जी-मेल, गूगल मैप्स, गूगल+ आदि बहुत सारे वेब प्रोडक्ट्स


YouTube.com – 72 करोड़ 19 लाख यूनीक विजिटर्स

क्या है यह: यू-ट्यूब यूजर्स के ही द्वारा वीडियो शेयरिंग, अपलोडिंग एंड वाचिंग प्लेटफ़ॉर्म है.

कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: गूगल ने इसे 2006 में जब से खरीदा, तब से यूजर्स में इसका क्रेज कई गुना बढ़ गया। यू-ट्यूब से आज कल बहुत सारे नए स्टार भी बन रहे हैं। जस्टिन बीबर इसके लेटेस्ट एग्जाम्पल हैं।

Yahoo.com – 46 करोड़ 99 लाख यूनीक विजिटर्स

क्या है यह: याहू सर्च इंजन तो है ही, साथ ही एक ऐसा प्लेटफॉर्म भी है जिससे यूजर्स इसके दूसरे चैनल, जैसे याहू फिनांस और फ्लिकर से भी जुड़ते हैं।

कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: याहू 90 के दशक के शुरुआती वेब-पोर्टल में से एक है। लोग इसका यूज न्यूज, स्पोर्ट्स, फिनांस और ई-मेल के लिए करते हैं।

Wikipedia.org – 46 करोड़ 96 लाख यूनीक विजिटर्स

क्या है यह: विकिपीडिया एक फ्री वेब-बेस्ड इन्सायक्लोपीडिया है.

कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: विकिपीडिया किसी को भी अपने यहां कंटेंट पोस्ट और एडिट करने की छूट देता है। इस वजह से यह बन गई इतनी बड़ी एजुकेशनल कंटेंट साइट। इसका सारा ट्रैफिक गूगल के माध्यम से आता है।

Live.com – 38 करोड़ 95 लाख यूनीक विजिटर्स

क्या है यह: लाइव.कॉम माइक्रोसॉफ्ट का नया ई-मेल सर्विस है.

कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: माइक्रोसॉफ्ट ने अपने दोनों मेल सर्विस आउटलुक और हॉटमेल को Live.com के माध्यम से एक्सेसिबल बनाया है। आप हॉटमेल या आउटलुक कहीं भी जाएं, आपको Live.com पर री-डायरेक्ट कर दिया जाता है।

QQ.com – 28 करोड़ 41 लाख यूनीक विजिटर्स

क्या है यह: यह चीन में स्थित सर्च इंजन और पोर्टल है.

कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: QQ.com को जिस कंपनी (Tencent) ने बनाया है, वह चीन की सबसे बड़ी इंस्टेंट मैसेजिंग सर्विस प्रोवाइडर है। Tencent की इंस्टेंट मैसेजिंग सर्विस के पास 70 करोड़ यूजर्स हैं। इसके इसी यूजर्स बेस का फायदा QQ.com को भी मिलता है।

Microsoft.com – 27 करोड़ 17 लाख यूनीक विजिटर्स

क्या है यह: यहां आप खरीद सकते हैं माइक्रोसॉफ्ट के प्रोडक्ट, इसके सॉफ्टवेयर और अपडेट्स.

कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: दुनिया में बहुत सारे कम्प्यूटर माइक्रोसॉफ्ट के विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलते हैं। कस्टमर सपोर्ट और अपडेट के लिए इस साइट पर पहुंचते हैं।

Baidu – 26 करोड़ 87 लाख यूनीक विजिटर्स

क्या है यह: चीन की यह साइट सर्च इंजन है जो वेबसाइट, ऑडियो और इमेज के लिए काम करती है.

कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: Baidu चीन की सबसे पॉपुलर सर्च इंजन है। चीन के बेस्ट इंजीनियर्स की बहुत बड़ी टीम इस सर्च इंजन को अपडेट और इसके स्पीड के लिए काम करती है।

MSN.com – 25 करोड़ 41 लाख यूनीक विजिटर्स

क्या है यह: माइक्रोसॉफ्ट से जुड़े इंटरनेट प्रोडक्ट का कलेक्शन है यह साइट.

कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर से यह कंपनी बन गई ऑनलाइन डेस्टिनेशन। इसमें हॉटमेल और एमएसएन मैसेंजर जैसी वेब सर्विसेज हैं।

Blogger.com – 22 करोड़ 99 लाख यूनीक विजिटर्स

क्या है यह: यह है ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म.

कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: सैन फ्रांसिस्को में शुरू की गई इस छोटी-सी कंपनी ने डॉटकॉम बूम के समय बहुत संघर्ष किया। गूगल ने जब इसे 2002 में खरीदा, तब यह ब्लॉगर्स की पसंद बन गई।

Ask.com – 21 करोड़ 84 लाख यूनीक विजिटर्स

क्या है यह: यह गूगल पावर्ड सर्च इंजन है.

कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: 90 के दशक में यह शुरू हुआ था AskJeeves के नाम से। इसकी पेरेंट कंपनी IAC ने जब About.com को खरीदा, तब इसके कंटेंट में काफी इजाफा हुआ। अब यह गूगल सर्च का री-ब्रांडेड वर्जन है।

Taobao.com – 20 करोड़ 70 लाख यूनीक विजिटर्स

क्या है यह: चीन की वेबसाइट जहां कपड़े, एक्सेसिरिज, ज्वैलरी, फूड आइटम, इलेक्ट्रॉनिक सामान के साथ और भी बहुत कुछ बिकता है.

कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: इ-बे और अमेजन की तरह ही यह भी ऑनलाइन मार्केट-प्लेस है। इसकी पेरेंट कंपनी अलीबाबा ने जब 2003 में इसे पब्लिक किया तो यह बन गया दुनिया का सबसे बड़ी शॉपिंग सर्च इंजन।

Twitter.com – 18 करोड़ 98 लाख यूनीक विजिटर्स

क्या है यह: ट्विटर है रियल टाइम कम्यूनिकेशन प्लेटफॉर्म.

कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: 2009 में लॉन्च के बाद से ही ट्विटर बन गई ऐसी साइट, जहां आप जाते हैं दुनिया भर की ख़बरों से लगातार अपडेट होने के लिए। नेता, न्यूज कंपनी, इंडस्ट्री के टॉप लोगों का यह अड्डा आपको देता है हमेशा लेटेस्ट अपडेट।

Bing.com – 18 करोड़ 40 लाख यूनीक विजिटर्स

क्या है यह: बिंग है गूगल की तरह ही एक वेब सर्च इंजन.

कैसे बना इतना बड़ा यूजर बेस: माइक्रोसॉफ्ट ने बिंग को काफी अग्रेसिव तरीके से प्रमोट किया है। सोशल साइडबार, इम्प्रूव्ड अल्गोरिदम से इसे ज्यादा से ज्यादा आसान बनाने की कोशिश की गई है। माइक्रोसॉफ्ट ने दुसरे वेबसाइट को बिंग से जुड़ने के लिए पैसे भी दिए हैं।

Jan 20, 2013

इंटरनेट यूज करते समय अगर इन बातों का नहीं रखेंगे ख्याल तो होगा भारी नुकसान...


हम ऑन लाइन और ऑफ लाइन काम करते समय सुरक्षा से जुड़ी कई चीजों को बेहद हल्के में लेते हैं, लेकिन कई बार छोटी सी लापरवाही आपको बहुत महंगी पड़ सकती है। इंटरनेट यूज करते समय हमें हरपल सावधानी बरतने की जरूरत होती है। कहीं गलती से भी चूक हो गई तो आपको बहुत बड़ी चपत लग सकती है। सबसे अधिक खतरा साइबर कैफे में होता है। हम कई बार ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जिसका पता हमें भी नहीं रहता। बस, फिर क्या, उठाना पड़ता है भारी भरकम नुकसान। यही खतरा ऑफिसेस में होता है जहां ओपेन माहौल रहता है। यानी आपका सिस्टम अगर कोई दूसरा व्यक्ति भी यूज करता है तो उससे भी बहुत खतरा रहता है। अगर आपभी इंटरनेट यूज करते हैं तो स्लाइड्स के जरिए जानिए कि आखिर वे कौन सी बातें हैं जिनसे सुरक्षा में होती हैं भारी चूक और उस कारण आपको हो सकता है भारी नुकसान...

पासवर्ड नहीं बदलना :- कई लोग ऐसे होते हैं, जो पासवर्ड बनाने के बाद उसे ही लंबे समय तक इस्तेमाल करते रहते हैं। वे इसे बदलते नहीं। वे लोग जो एक ही पासवर्ड अपने सभी आईडी के लिए और उसे लगातार इस्तेमाल करते रहते हैं, उनके एकाउंट के हैक होने की आशंका अधिक होती है। अगर ऐसी संस्था में आप काम करते हैं, जहां समय-समय पर आपको पासवर्ड बदलने की जरूरत होती है, वहां भी कुछ लोग अपने वर्तमान पासवर्ड से मिलते जुलते पासवर्ड का ही इस्तेमाल करते हैं। अगर आप किसी टीम या कंपनी का नेतृत्व कर रहे हैं तो अपने साथियों को भी पासवर्ड का महत्व बताएं। उन्हें समय-समय पर बदलने के लिए प्रेरित करें। इसके आप अलावा किसी थर्ड पार्टी टूल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं जो रीसेट करते समय मिलते-जुलते पासवर्ड को स्वीकार न करे।


फायरवाल का इस्तेमाल नहीं करना :- आप घर में हैं या फिर अपना आईटी बिजनेस चला रहे हैं, तो फायरवाल एक बेहद जरूरी उपकरण है। वैसे विंडोज और अन्य ऑपरेटिंग सिस्टम में फायरवाल बिल्ट इन आ रहा है। अगर ऐसा न हो तो आपको एकहार्डवयेर फायरवाल का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके इस्तेमाल से आपके नेटवर्क में कोई ऐसी चीज नहीं आ पाएगी जिसे आपने ब्लॉक किया हो। एंटीवायरस सॉफ्टवेयर से अलग यह नुकसान पहुंचाने वाले उन लिंक्स को एक्सेस नहीं होने देगा, जिससे हार्डवेयर फायरवाल में ब्लॉक किया गया हो।

अपडेट ऑप्शन को डिसएबल करना :- कई लोग ऐसे होते हैं जो अपने कंप्यूटर में सॉफ्टवेयर अपडेट के ऑप्शन को डिसएबल कर देते हैं। कंपनियों में आमतौर पर फायरवाल होने के कारण इस पर ध्यान नहीं दिया जाता लेकिन यह अच्छी रणनीति नहीं है। आप अपने कंप्यूटर में ओरिजनल सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करते हैं तो ऑटो अपडेट ऑप्शन को हमेशा एनेबल्ड रखें।

असुरक्षित डाटा स्टोर :- ऐसा माना जाता है कि अगर आपने यूएसबी ड्राइव या अपने निजी लैपटॉप में डाटा सेव कर रखा है तो वह सुरक्षित है लेकिन, यूएसबी ड्राइव के खो जाने या लैपटॉप को नुकसान पहुंचने की स्थिति में आपका डाटा खत्म हो सकता है। आपका डाटा किसी दूसरे के हाथ भी लग सकता है। ऐसे में आप अपने डाटा को अधिक से अधिक सुरक्षित बनाने के लिए किसी सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर सकते हैं, जिससे उसको कोई दूसरा नहीं खोल सके। आप पोर्टेबल डिवाइसों में सीक्रेट कोडिंग के साथ डाटा रखने के लिए बिटलॉकर या बिटलॉकर टू गो जैसे सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर सकते हैं।

एंटी वायरस का न होना :- आपको एंटी वायरस के महत्व के बारे में पता होना चाहिए। अगर आपने अपने कंप्यूटर में एंटी वायरस सॉफ्टवेयर इंस्टॉल नहीं किया है तो आप बहुत बड़े लापरवाह हैं। वैसे कोई भी एंटी वायरस सॉफ्टवेयर आपको सौ फीसदी सुरक्षा की गारंटी नहीं देता, लेकिन डाटा की सुरक्षा के लिए यह बहुत जरूरी है।

Jan 19, 2013

कलयुग के जमाने में काबिल और अच्छा पति मिलना मुश्किल है तो...


कलयुग के जमाने में काबिल और अच्छा पति मिलना मुश्किल है तो हैरत नहीं कि आने वाले जमाने में लड़कियां रोबोट से शादी कर लें।
रोबोट पति (जब देर से घर आया तो) - डियर अब मैं घर पर लॉग इन हो गया हूं।
पत्नी : अंगूठी लेकर आए??
रोबोट पति : उफ बेड कमांड..
पत्नी : अरे! मैंने सुबह ही तो याद दिलाया था!!
... रोबोट पति : मेमोरी लॉस, डेटा करप्ट..
पत्नी : चिढ़कर, कम से मेरे कपड़े तो ले आए ना!
रोबोट पति : सॉरी, वेरिएबल नॉट फाउंड!!
पत्नी: चलो कम से कम अपना क्रेडिट कार्ड दे दो तो मैं ही ले आऊं।
रोबोट पति : शेरिंग वॉएलेशन, एक्सेस डिनाइड
पत्नी: तुम क्या चीज हो? तुम मुझे प्यार करते हो या किसी और कंप्यूटर को या सिर्फ मजाक कर रहे हो?
रोबोट पति : टू मैनी पेरामीटर्स, ऑपरेशन अबॉर्ट!
पत्नी : मैनें सबसे बड़ी गलती कि तो तुमसे शादी की....
रोबोट पति : डेटा मिसमैच!!
पत्नी : तुम एकदम बेकार हो, टीन के डब्बे!!
रोबोट पति : डिफॉल्ट पैरामीटर
पत्नी : हद है, कम से कम इतना तो बताओ कि तुम्हारे साथ कार में वो कौन थी??
रोबोट पति : सिस्टम अनस्टेबल, प्रैस कंट्रोल + आल्ट + डिलीट टू री-बूट सिस्टम!!!..