आईपीएल के अगले सत्र में सचिन तेंदुलकर अपने बेटे अर्जुन के साथ क्रिकेट खेलते दिख सकते हैं। इस संभावना के सच होने के पीछे पूरे पांच कारण इशारा कर रहे हैं।
सचिन तेंदुलकर पिछले कुछ समय से अभ्यास कैंप में अर्जुन को ट्रेनिंग देते दिखते हैं। हाल ही में हुए ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड सीरीज के दौरान टीम इंडिया के अभ्यास कैंप में अर्जुन अभ्यास करते दिखे थे।
इन दिनों मुंबई इंडियंस के ट्रेनिंग कैंप में सचिन खुद से अर्जुन को शॉट खेलने की बारीकियां सिखाते दिख रहे हैं।
आईपीएल में कई पूर्व क्रिकेटरों और नेता के बेटे आसानी से जगह पा चुके हैं। पूर्व क्रिकेटर श्रीकांत के बेटे अनिरुद्ध श्रीकांत और रोजर बिन्नी के लाडले स्टुअर्ट बिन्नी इन दिनों आईपीएल टीमों में शामिल हैं।
सुनील गावस्कर के सुपुत्र रोहन गावस्कर और लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव भी आईपीएल की टीमों मे रह चुके हैं। खास बात यह है कि इन क्रिकेटरों के नाम खास उपलब्धि दर्ज नहीं हैं।
ऐसे में कहा जा सकता है कि सचिन के बेटे अर्जुन भी अगले सत्र में आईपीएल की किसी टीम का हिस्सा बन सकते हैं। वैसे भी अर्जुन मुंबई की अंडर-14 टीम का हिस्सा बन चुके हैं।
वेस्टइंडीज के दिग्गज क्रिकेटर शिवनारायण चंद्रपाल ने बेटे के साथ खेलने की हसरत एक क्लब मैच में पूरी की है।
पिछले साल सितंबर में हुए इस मैच में शिवनारायण चंद्रपाल ने बेटे तेगनारायण के साथ क्लब मैच में शतकीय साझेदारी की थी।
शायद इसी तर्ज पर सचिन अर्जुन के साथ आईपीएल के सहारे बेटे के साथ खेलने की इच्छा को पूरी कर सकते हैं।
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Apr 9, 2013
Mar 26, 2013
सर रविंद्र जडेजा! ट्विटर पर चुटकुलों की भरमार
सर रविंद्र जडेजा भले ही अपनी कामयाबी का श्रेय आर अश्विन को दे रहे हों लेकिन ट्विटर पर उनके प्रशंसक उन्हें लगान के भुवन का अवतार मान रहे हैं। फिरोजशाह कोटला में भारत की जीत के बाद ही रविंद्र जडेजा ट्वटिर पर छा गए।
रविंद्र जडेजा को लेकर चुटकुले पहले से ही ट्वटिर पर आते रहे हैं लेकिन इस बार कुछ ज्यादा ही ट्वीट्स उन पर किए गए। मैच के बाद लोगों ने ट्विटर पर टिप्पणियां करके एक दूसरे का मनोरंजन किया। पेश हैं कुछ चुनिंदा ट्वीट्स...
Sir Ravindra Jadeja
भारत ने एक भी ऐसा टेस्ट मैच नहीं हारा है जिसमें श्री श्री श्री रविंद्र जडेजा को अंतिम एकादश में शामिल किया गया हो।
The UnReal Times
फिरोज शाह कोटला में सर ने गेंद को पिच पर टर्न नहीं कराया था बल्कि उन्होंने धरती को ही घुमा दिया था।
Tharki Doctor
सर रविंद्र जडेजा के फेसबुक फैन पेज के एडमिन रजनीकांत है।
Gautam
एक बार सर रविंद्र जडेजा मानसून में क्रिकेट खेल रहे थे, और मैच के कारण बारिश रद्द हो गई थी।
Keh Ke Peheno
सर रविंद्र जडेजा चैन्ने सुपरकिंग्स के लिए आईपीएल में खेल रहे हैं, इसलिए सीएसके को एडवांस में ही विजेता घोषित किया जाता है।
vikkkkkassss
जो लोग क्रिकेट नहीं खेल सकते उनके लिए सर रविंद्र जडेजा ने फुटबॉल का अविष्कार किया है।
Ra_Bies
एक बार अमेरिका ने सर रविंद्र जडेजा को वीजा नहीं दिया था, और तब से ही यह देश क्रिकेट नहीं खेल सकता।
Ra_Bies
धरती और मंगल के बीच होने वाली क्रिकेट सीरीज के विजेता को सर रविंद्र जडेजा ट्रॉफी से सम्मानित किया जाएगा।
The UnReal Times
ब्रिटेन की महारानी दूसरों को नाइटहुड के सम्मान से नवाजती हैं, जबकि रविंद्र जडेजा ने महारानी को नाइटहुड से नवाजा है।
Mr. Tippler
सर रविंद्र जडेजा की घातक गेंदबाजी के कारण ही क्रिकेट एकमात्र ऐसी चीज है जिससे रजनीकांत भी डरते हैं।
Demented
एक बार सर रविंद्र जडेजा सेकंड हैंड मारूति से एफ1 रेस में उतरे थे और जीत गए थे।
Ketan Pratap
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का नाम बदलकर बॉर्डर जडेजा ट्रॉफी कर दिया गया है।
Arup Roy
आस्ट्रेलिया के बैटिंग ऑर्डर में आग लगाकर सर रविंद्र जडेजा ने होली सीजन की शुरूआत कर दी है।
The Lie Lama
सिर्फ सर रविंद्र जडेजा ही द डर्टी पिक्चर को क्लीन कर सकते हैं।
Diwakar
सर जडेजा ने 80 ओवरों के बाद अंपायर को नईं गेंद दी।
sandip goswami
सर रविंद्र जडेजा लगान में अंग्रेजों को हराने वाली टीम के भुवन का अवतार हैं।
Bhaskar.N.H
अब से जिस सीरीज में भी जडेजा खेलेंगे उसे एशेज कहा जाएगा क्योंकि वह अपने विरोधियों को राख कर देंगे।
Jobless Scholar™
अब सर रविंद्र जडेजा को टी-20 मैच का इंतजार है ताकि वह तीहरा शतक लगा सकें।
रविंद्र जडेजा को लेकर चुटकुले पहले से ही ट्वटिर पर आते रहे हैं लेकिन इस बार कुछ ज्यादा ही ट्वीट्स उन पर किए गए। मैच के बाद लोगों ने ट्विटर पर टिप्पणियां करके एक दूसरे का मनोरंजन किया। पेश हैं कुछ चुनिंदा ट्वीट्स...
Sir Ravindra Jadeja
भारत ने एक भी ऐसा टेस्ट मैच नहीं हारा है जिसमें श्री श्री श्री रविंद्र जडेजा को अंतिम एकादश में शामिल किया गया हो।
The UnReal Times
फिरोज शाह कोटला में सर ने गेंद को पिच पर टर्न नहीं कराया था बल्कि उन्होंने धरती को ही घुमा दिया था।
Tharki Doctor
सर रविंद्र जडेजा के फेसबुक फैन पेज के एडमिन रजनीकांत है।
Gautam
एक बार सर रविंद्र जडेजा मानसून में क्रिकेट खेल रहे थे, और मैच के कारण बारिश रद्द हो गई थी।
Keh Ke Peheno
सर रविंद्र जडेजा चैन्ने सुपरकिंग्स के लिए आईपीएल में खेल रहे हैं, इसलिए सीएसके को एडवांस में ही विजेता घोषित किया जाता है।
vikkkkkassss
जो लोग क्रिकेट नहीं खेल सकते उनके लिए सर रविंद्र जडेजा ने फुटबॉल का अविष्कार किया है।
Ra_Bies
एक बार अमेरिका ने सर रविंद्र जडेजा को वीजा नहीं दिया था, और तब से ही यह देश क्रिकेट नहीं खेल सकता।
Ra_Bies
धरती और मंगल के बीच होने वाली क्रिकेट सीरीज के विजेता को सर रविंद्र जडेजा ट्रॉफी से सम्मानित किया जाएगा।
The UnReal Times
ब्रिटेन की महारानी दूसरों को नाइटहुड के सम्मान से नवाजती हैं, जबकि रविंद्र जडेजा ने महारानी को नाइटहुड से नवाजा है।
Mr. Tippler
सर रविंद्र जडेजा की घातक गेंदबाजी के कारण ही क्रिकेट एकमात्र ऐसी चीज है जिससे रजनीकांत भी डरते हैं।
Demented
एक बार सर रविंद्र जडेजा सेकंड हैंड मारूति से एफ1 रेस में उतरे थे और जीत गए थे।
Ketan Pratap
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का नाम बदलकर बॉर्डर जडेजा ट्रॉफी कर दिया गया है।
Arup Roy
आस्ट्रेलिया के बैटिंग ऑर्डर में आग लगाकर सर रविंद्र जडेजा ने होली सीजन की शुरूआत कर दी है।
The Lie Lama
सिर्फ सर रविंद्र जडेजा ही द डर्टी पिक्चर को क्लीन कर सकते हैं।
Diwakar
सर जडेजा ने 80 ओवरों के बाद अंपायर को नईं गेंद दी।
sandip goswami
सर रविंद्र जडेजा लगान में अंग्रेजों को हराने वाली टीम के भुवन का अवतार हैं।
Bhaskar.N.H
अब से जिस सीरीज में भी जडेजा खेलेंगे उसे एशेज कहा जाएगा क्योंकि वह अपने विरोधियों को राख कर देंगे।
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अब सर रविंद्र जडेजा को टी-20 मैच का इंतजार है ताकि वह तीहरा शतक लगा सकें।
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Jan 20, 2013
टीम इंडिया ने वनडे रैंकिंग में अव्वल स्थान हासिल कर लिया...
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May 8, 2011
जब एक ही गेंद पर दो तरीके से आउट हुए रायडू
क्रिकेट मैदान पर कई बार हास्यास्पद स्थिति पैदा होती है। कभी बल्लेबाजों द्वारा खेला गया अटपटा शॉट तो कभी अजीब सी मिसफिल्डिंग। कुछ ही ऐसी रोचक स्थिति पैदा हुई मुंबई इंडियंस और दिल्ली डेयरडेविल्स मुकाबले में जब अंबाती रायडू एक ही गेंद पर दो तरीके से आउट हुए। अंबाती रायडू ने इस मुकाबले में 39 गेंदों में 59 रन की बेहतरीन पारी खेली। इस दौरान उन्होंने 7 चौके और 2 छक्के जड़े। हालांकि वे जिस अंदाज में आउट हुए वो भी बड़ा हास्यास्पद था। मुंबई पारी के 19वें ओवर के 5वें गेंद पर एक्सट्रा कवर के ऊपर से शॉट खेलने के लिए बैकफुट पर गए। गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर हवा में चली गई और वीरेंद्र सहवाग ने उनका कैच पकड़ा। हालांकि चौंकाने वाली बात ये थी कि शॉट खेलने के दौरान अंबाती विकेट इतने करीब पहुंच गए कि उनके दाएं पैर ने स्टंप बिखेर दिया। यह पूरा माजरा टीवी रिप्ले देखने के बाद साफ हुआ। उन्हें कैच आउट की जगह हिट विकेट करार दिया गया। हालांकि विकेट जेम्स हॉप्स के खाते में ही गया।
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Jan 20, 2011
अब तक की सबसे अच्छी भारतीय फिल्म है 'धोबी घाट'-राहुल बोस फिल्मकार
अलग तरह की भूमिकाएं निभाने के लिए मशहूर अभिनेता राहुल बोस फिल्मकार किरण राव के निर्देशन में बनी पहली फिल्म 'धोबी घाट' की प्रशंसा करते हुए नहीं थकते। वह इस फिल्म को विश्व-स्तरीय बताते हैं।
बोस ने ट्विटर पर लिखा है, "एक निजी प्रदर्शन में 'धोबी घाट' देखी। मैं किरण राव को नमन करता हूं, मेरे द्वारा अब तक देखी गई फिल्मों में से सबसे अच्छी भारतीय फिल्मों में यह शामिल है। यदि हम वाकई भारतीय सिनेमा में वास्तविक सिनेमा खोजें तो हमारी खोज मार्मिक और दिल को छू लेने वाली फिल्म 'धोबी घाट' पर आकर खत्म हो जाती है।"
आमिर खान के निर्माण में बनी 'धोबी घाट' शुक्रवार को प्रदर्शित होने जा रही है। इसमें आमिर के अलावा प्रतीक बब्बर, कृति मल्होत्रा और मोनिका डोगरा ने अभिनय किया है।
बोस ने 'धोबी घाट' में अभिनय के लिए प्रतीक, मोनिका, कृति व आमिर की सराहना की है। उन्होंने फिल्म का सम्पादन और संगीत भी बेहतरीन बताया है।
आपकी बात
आमिर खान की होम प्रोडक्शन फिल्म ‘धोबीघाट’ शुक्रवार को रिलीज होने वाली है। कई जानकार इसे उम्दा फिल्म मान रहे हैं तो कई इसकी आलोचना भी कर रहे हैं। आपकी नजर में कैसी होगी यह फिल्म, अपनी राय जाहिर करें। आप यह भी बता सकते हैं कि ‘घोबीघाट’ आप क्यों देखना चाहेंगे- क्योंकि यह आमिर खान की फिल्म है
या फिर आमिर की पत्नी ने कैसा डायरेक्शन किया है
रिव्यू पढ़ कर या दोस्तों से पूछकर तय करेंगे
सीरियस फिल्म हो सकती है, नहीं देखेंगे
हीरो-हीरोइन की नई जोड़ी है, देखेंगे
इसके लिए आप नीचे ‘आपका मत’ सेक्शन में जाकर वोट भी कर सकते हैं...
बोस ने ट्विटर पर लिखा है, "एक निजी प्रदर्शन में 'धोबी घाट' देखी। मैं किरण राव को नमन करता हूं, मेरे द्वारा अब तक देखी गई फिल्मों में से सबसे अच्छी भारतीय फिल्मों में यह शामिल है। यदि हम वाकई भारतीय सिनेमा में वास्तविक सिनेमा खोजें तो हमारी खोज मार्मिक और दिल को छू लेने वाली फिल्म 'धोबी घाट' पर आकर खत्म हो जाती है।"
आमिर खान के निर्माण में बनी 'धोबी घाट' शुक्रवार को प्रदर्शित होने जा रही है। इसमें आमिर के अलावा प्रतीक बब्बर, कृति मल्होत्रा और मोनिका डोगरा ने अभिनय किया है।
बोस ने 'धोबी घाट' में अभिनय के लिए प्रतीक, मोनिका, कृति व आमिर की सराहना की है। उन्होंने फिल्म का सम्पादन और संगीत भी बेहतरीन बताया है।
आपकी बात
आमिर खान की होम प्रोडक्शन फिल्म ‘धोबीघाट’ शुक्रवार को रिलीज होने वाली है। कई जानकार इसे उम्दा फिल्म मान रहे हैं तो कई इसकी आलोचना भी कर रहे हैं। आपकी नजर में कैसी होगी यह फिल्म, अपनी राय जाहिर करें। आप यह भी बता सकते हैं कि ‘घोबीघाट’ आप क्यों देखना चाहेंगे- क्योंकि यह आमिर खान की फिल्म है
या फिर आमिर की पत्नी ने कैसा डायरेक्शन किया है
रिव्यू पढ़ कर या दोस्तों से पूछकर तय करेंगे
सीरियस फिल्म हो सकती है, नहीं देखेंगे
हीरो-हीरोइन की नई जोड़ी है, देखेंगे
इसके लिए आप नीचे ‘आपका मत’ सेक्शन में जाकर वोट भी कर सकते हैं...
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Jan 19, 2011
वर्ल्ड कप के लिए पाकिस्तानी टीम घोषित, कप्तान के नाम का खुलासा नहीं
कराची. पाकिस्तान ने 19 फरवरी से भारतीय उपमहाद्वीप में होने वाले विश्व कप क्रिकेट टूर्नामेंट के लिए अपनी 15 सदस्यीय टीम की घोषणा कर दी लेकिन कप्तान के नाम का खुलासा नहीं किया। पूर्व कप्तान मोहम्मद यूसुफ को इस टीम में जगह नहीं मिली है।
शाहिद आफरीदी की कप्तानी में न्यूजीलैंड में छह एकदिवसीय मैचों की श्रृंखला खेल रही पाकिस्तानी टीम के सभी खिलाड़ियों को विश्व कप टीम में बरकरार रखा गया है। अनुभवी तेज गेंदबाज रावलपिंडी एक्सप्रेस शोएब अख्तर को पेस आक्रमण की कमान सौंपी गयी है जबकि उमर गुल, सोहेल तनवीर और वहाब रियाज की तिकड़ी उनका साथ देगी।
तीन विश्व कप खेल चुके यूसुफ ने उन्हें टीम में शामिल नहीं किये जाने पर आश्चर्य जताते हुए चयनकर्ता इस फैसले की वजह बता सकते हैं। उन्होंने कहा, यह बेहद निराशाजनक है। मैं फिट हूं और लगातार घरेलू मैचों में खेल रहा हूं फिर भी मुझे इस बड़े टूर्नामेंट के लिए चुना नहीं गया। मेरे अंदर अभी काफी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बाकी है।
पाकिस्तानी टीम-
मोहम्मद हफीज, अहमद शहजाद, यूनुस खान, मिस्बाह उल हक, उमर अकमल, अशद शफीक. कामरान अकमल, शाहिद आफरीदी, अब्दुल रज्जाक, अब्दुल रहमान, सईद अजमल, शोएब अख्तर, उमर गुल, वहाब रियाज और सोहेल तनवीर।
शाहिद आफरीदी की कप्तानी में न्यूजीलैंड में छह एकदिवसीय मैचों की श्रृंखला खेल रही पाकिस्तानी टीम के सभी खिलाड़ियों को विश्व कप टीम में बरकरार रखा गया है। अनुभवी तेज गेंदबाज रावलपिंडी एक्सप्रेस शोएब अख्तर को पेस आक्रमण की कमान सौंपी गयी है जबकि उमर गुल, सोहेल तनवीर और वहाब रियाज की तिकड़ी उनका साथ देगी।
तीन विश्व कप खेल चुके यूसुफ ने उन्हें टीम में शामिल नहीं किये जाने पर आश्चर्य जताते हुए चयनकर्ता इस फैसले की वजह बता सकते हैं। उन्होंने कहा, यह बेहद निराशाजनक है। मैं फिट हूं और लगातार घरेलू मैचों में खेल रहा हूं फिर भी मुझे इस बड़े टूर्नामेंट के लिए चुना नहीं गया। मेरे अंदर अभी काफी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बाकी है।
पाकिस्तानी टीम-
मोहम्मद हफीज, अहमद शहजाद, यूनुस खान, मिस्बाह उल हक, उमर अकमल, अशद शफीक. कामरान अकमल, शाहिद आफरीदी, अब्दुल रज्जाक, अब्दुल रहमान, सईद अजमल, शोएब अख्तर, उमर गुल, वहाब रियाज और सोहेल तनवीर।
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Jan 16, 2011
'यार विकेट नहीं लेता तो मेरे गांव वाले यहीं मारते मुझे'
जोहानिसबर्ग. टीम इंडिया को 1 रन की सनसनीखेज जीत दिलाने वाले तेज गेंदबाज मुनाफ पटेल इस समय देश के हीरो बन गए हैं। मैच के 42वें ओवर में दो विकेट चटकाकर मुनाफ ने जीत को दक्षिण अफ्रीका के जबड़े से छीनकर भारत की झोली में डाल दिया।
29 पर चार विकेट का विजयी प्रदर्शन करने के लिए मुनाफ को मैन ऑफ द मैच अवार्ड से नवाजा गया। इस अवार्ड को पाने के बाद मुनाफ ने कहा, इस मैच में मेरे ऊपर अतिरिक्त दबाव था। मेरे गांव (इखर, गुजरात) के कुछ लोग इस मुकाबले को देखने यहां आए हुए हैं। यदि मैं वांडर्रस में परफार्म नहीं करता तो वो लोग मुझे नहीं छोड़ते। अब रात को उनके साथ ही जश्न मनेगा।
अपनी फिटनेस पर मुनाफ ने कहा, मैंने ट्रेनर रामजी के साथ मिलकर अपनी फिटनेस पर काम किया है और मेरी मेहनत मैदान पर रंग दिखा रही है। नेट में लगातार अभ्यास का मुझे फायदा मिला।
कुछ ऐसा था मुनाफ का वो एक ओवर
मैच के 41वें ओवर की समाप्ति के बाद दक्षिण अफ्रीका को 48 गेंदो में महज चार रन की जरूरत थी और उसके पास दो विकेट सुरक्षित थे। मोरने मोर्केल और वेयन पार्नेल क्रीज पर मोर्चा संभाले हुए थे। सबको लग रहा था कि भारत की जीत की कोई उम्मीद बाकी नहीं है।
लेकिन मुद्दतें लाख बुरा चाहें तो क्या होता है, वही होता है जो मंजूरे खुदा होता है। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अबतक के सबसे सफल और किफायती गेंदबाज रहे मुनाफ पटेल को गेंद थमाई। इसके बाद जो हुआ उसकी दास्तां कुछ इस प्रकार से थी-
पहली गेंद - पटेल की फुल लेंथ गेंद पर पार्नेल ने ऑन साइड की तरफ हल्का सा शॉट खेला और एक रन ले लिया।
दूसरी गेंद - मुनाफ ने गेंद की लेंथ में परिवर्तन करते हुए शॉर्ट पिच गेंद डाली। मोर्केल ने सोचा की एक चौका लगाकर मैच जीत लेंगे। लेकिन वो गेंद समझने में नाकाम रहे और प्वाइंट पर सचिन के स्थान पर फील्डिंग कर रहे यूसुफ पठान को कैच दे बैठे।
मोरने मोर्केल - 6 रन बनाकर आउट। द. अफ्रीका को जीत के लिए तीन रन की दरकार।
तीसरी गेंद - नए बल्लेबाज सोत्सोबे के खिलाफ मुनाफ ने पगबाधा की जोरदार अपील की। अंपायर ने ना में सिर हिलाया। कोई रन नहीं।
चौथी गेंद - पटेल की गेंद को सोत्सोबे ने थर्ड मैन की तरफ खेला और दौड़कर एक रन ले लिया। दर्शक दीर्घा में जोरदार तालियां बजीं। मेजबान जीत से दो रन दूर खड़ा था।
पांचवी गेंद - सभी की निगाहें पार्नेल पर और भारत की उम्मीदें गुजरात के तेज गेंदबाज पर। कोई रन नहीं।
छठी गेंद - कप्तान धोनी ने फील्डिंग में परिवर्तन कर प्वाइंट पर युवराज को तैनात किया। मुनाफ की गेंद पर चौका लगाने के प्रयास में पार्नेल युवी को कैच थमा बैठे, और भारत 1 रन से जीत गया।
दक्षिण अफ्रीका की पूरी टीम 188 रन पर सिमट गई थी।
29 पर चार विकेट का विजयी प्रदर्शन करने के लिए मुनाफ को मैन ऑफ द मैच अवार्ड से नवाजा गया। इस अवार्ड को पाने के बाद मुनाफ ने कहा, इस मैच में मेरे ऊपर अतिरिक्त दबाव था। मेरे गांव (इखर, गुजरात) के कुछ लोग इस मुकाबले को देखने यहां आए हुए हैं। यदि मैं वांडर्रस में परफार्म नहीं करता तो वो लोग मुझे नहीं छोड़ते। अब रात को उनके साथ ही जश्न मनेगा।
अपनी फिटनेस पर मुनाफ ने कहा, मैंने ट्रेनर रामजी के साथ मिलकर अपनी फिटनेस पर काम किया है और मेरी मेहनत मैदान पर रंग दिखा रही है। नेट में लगातार अभ्यास का मुझे फायदा मिला।
कुछ ऐसा था मुनाफ का वो एक ओवर
मैच के 41वें ओवर की समाप्ति के बाद दक्षिण अफ्रीका को 48 गेंदो में महज चार रन की जरूरत थी और उसके पास दो विकेट सुरक्षित थे। मोरने मोर्केल और वेयन पार्नेल क्रीज पर मोर्चा संभाले हुए थे। सबको लग रहा था कि भारत की जीत की कोई उम्मीद बाकी नहीं है।
लेकिन मुद्दतें लाख बुरा चाहें तो क्या होता है, वही होता है जो मंजूरे खुदा होता है। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अबतक के सबसे सफल और किफायती गेंदबाज रहे मुनाफ पटेल को गेंद थमाई। इसके बाद जो हुआ उसकी दास्तां कुछ इस प्रकार से थी-
पहली गेंद - पटेल की फुल लेंथ गेंद पर पार्नेल ने ऑन साइड की तरफ हल्का सा शॉट खेला और एक रन ले लिया।
दूसरी गेंद - मुनाफ ने गेंद की लेंथ में परिवर्तन करते हुए शॉर्ट पिच गेंद डाली। मोर्केल ने सोचा की एक चौका लगाकर मैच जीत लेंगे। लेकिन वो गेंद समझने में नाकाम रहे और प्वाइंट पर सचिन के स्थान पर फील्डिंग कर रहे यूसुफ पठान को कैच दे बैठे।
मोरने मोर्केल - 6 रन बनाकर आउट। द. अफ्रीका को जीत के लिए तीन रन की दरकार।
तीसरी गेंद - नए बल्लेबाज सोत्सोबे के खिलाफ मुनाफ ने पगबाधा की जोरदार अपील की। अंपायर ने ना में सिर हिलाया। कोई रन नहीं।
चौथी गेंद - पटेल की गेंद को सोत्सोबे ने थर्ड मैन की तरफ खेला और दौड़कर एक रन ले लिया। दर्शक दीर्घा में जोरदार तालियां बजीं। मेजबान जीत से दो रन दूर खड़ा था।
पांचवी गेंद - सभी की निगाहें पार्नेल पर और भारत की उम्मीदें गुजरात के तेज गेंदबाज पर। कोई रन नहीं।
छठी गेंद - कप्तान धोनी ने फील्डिंग में परिवर्तन कर प्वाइंट पर युवराज को तैनात किया। मुनाफ की गेंद पर चौका लगाने के प्रयास में पार्नेल युवी को कैच थमा बैठे, और भारत 1 रन से जीत गया।
दक्षिण अफ्रीका की पूरी टीम 188 रन पर सिमट गई थी।
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जहां बनाया था 438 का रिकार्ड, वहीं हुए 188 पर ढेर
नई दिल्ली. भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच पांच वनडे मैचों की श्रृंखला का दूसरा मुकाबला मेहमान ने 1 रन से जीत लिया। ये मुकाबला विश्व के सबसे करिश्माई मैदान वांडर्रस स्टेडियम में खेला गया था। इस मैदान पर मिली ये रोमांचक हार मेजबान टीम के साथ-साथ सभी क्रिकेटप्रेमियों को भी अजूबा लग रही होगी, क्योंकि ये वही पिच थी जिस पर 434 रन के लक्ष्य को हासिल कर दक्षिण अफ्रीका ने विश्व कीर्तिमान स्थापित किया था।
12 मार्च 2006 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुए इस वनडे को हाल ही में आईसीसी ने क्रिकेट इतिहास का सबसे रोमांचक और लोकप्रिय मुकाबला घोषित किया था। 5 जनवरी को वनडे क्रिकेट की 40वीं वर्षगांठ के अवसर पर आईसीसी ने पब्लिक पोल करवाकर ये चयन किया था। 434 रन जैसे विशाल स्कोर को प्रोटीज टीम ने वांडर्रस के मैदान पर ही हासिल किया था।
आश्चर्य की बात ये है कि जहां दक्षिण अफ्रीका ने 434 रन की चुनौती के जवाब में एक गेंद शेष रहते ही 438 रन ठोक डाले थे, वहीं पर मेजबान टीम के लिए 190 रन का मामूली लक्ष्य भारी पड़ गया। शायद इसलिए क्रिकेट को अनिश्चितता का खेल कहा जाता है।
क्या था वांडर्रस का वंडर?
साल 2006 में 12 मार्च को दक्षिण अफ्रीका ने अपना नाम इतिहास में दर्ज करवाया था। पहले ऑस्ट्रेलिया ने वनडे इतिहास का सबसे बड़ा स्कोर खड़ा किया था। सलामी बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट और साइमन कैटिच के अर्धशतकों के बाद कप्तान रिकी पोंटिंग ने धुआंधार 164 रन की शतकीय पारी खेलकर 434 रन के विशाल स्कोर की नींव रखी थी। पोंटिंग ने महज 105 गेंदों में 13 चौकों और 9 छक्कों की मदद से 164 रन बनाए थे। माइक हसी ने भी आतिशी अर्धशतक जमाया था।
इसके जवाब में दक्षिण अफ्रीकी कप्तान ग्रीम स्मिथ ने टीम को हर्शेल गिब्स के साथ मिलकर तेज शुरुआत दी थी। स्मिथ ने 55 गेंदों में 2 छक्के और 13 चौकों की मदद से 90 रन बनाए थे। हर्शेल गिब्स का बल्ला भी उस दिन जैसे रन मशीन बन गया था। गिब्स ने 111 गेंदों में 21 चौके और 7 छक्के लगाकर 175 रन ठोके थे।
दक्षिण अफ्रीका ये मुकाबला 1 विकेट से जीता था। इस मैच का फैसला दूसरी पारी के अंतिम ओवर की पांचवी गेंद पर आया था। जिस मैदान पर दक्षिण अफ्रीका ने ऐतिहासिक मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया पर 1 विकेट से जीत दर्ज की थी, उसी वांडर्रस पर भारत ने मेजबान को 1 रन से धूल चटा दी।
12 मार्च 2006 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुए इस वनडे को हाल ही में आईसीसी ने क्रिकेट इतिहास का सबसे रोमांचक और लोकप्रिय मुकाबला घोषित किया था। 5 जनवरी को वनडे क्रिकेट की 40वीं वर्षगांठ के अवसर पर आईसीसी ने पब्लिक पोल करवाकर ये चयन किया था। 434 रन जैसे विशाल स्कोर को प्रोटीज टीम ने वांडर्रस के मैदान पर ही हासिल किया था।
आश्चर्य की बात ये है कि जहां दक्षिण अफ्रीका ने 434 रन की चुनौती के जवाब में एक गेंद शेष रहते ही 438 रन ठोक डाले थे, वहीं पर मेजबान टीम के लिए 190 रन का मामूली लक्ष्य भारी पड़ गया। शायद इसलिए क्रिकेट को अनिश्चितता का खेल कहा जाता है।
क्या था वांडर्रस का वंडर?
साल 2006 में 12 मार्च को दक्षिण अफ्रीका ने अपना नाम इतिहास में दर्ज करवाया था। पहले ऑस्ट्रेलिया ने वनडे इतिहास का सबसे बड़ा स्कोर खड़ा किया था। सलामी बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट और साइमन कैटिच के अर्धशतकों के बाद कप्तान रिकी पोंटिंग ने धुआंधार 164 रन की शतकीय पारी खेलकर 434 रन के विशाल स्कोर की नींव रखी थी। पोंटिंग ने महज 105 गेंदों में 13 चौकों और 9 छक्कों की मदद से 164 रन बनाए थे। माइक हसी ने भी आतिशी अर्धशतक जमाया था।
इसके जवाब में दक्षिण अफ्रीकी कप्तान ग्रीम स्मिथ ने टीम को हर्शेल गिब्स के साथ मिलकर तेज शुरुआत दी थी। स्मिथ ने 55 गेंदों में 2 छक्के और 13 चौकों की मदद से 90 रन बनाए थे। हर्शेल गिब्स का बल्ला भी उस दिन जैसे रन मशीन बन गया था। गिब्स ने 111 गेंदों में 21 चौके और 7 छक्के लगाकर 175 रन ठोके थे।
दक्षिण अफ्रीका ये मुकाबला 1 विकेट से जीता था। इस मैच का फैसला दूसरी पारी के अंतिम ओवर की पांचवी गेंद पर आया था। जिस मैदान पर दक्षिण अफ्रीका ने ऐतिहासिक मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया पर 1 विकेट से जीत दर्ज की थी, उसी वांडर्रस पर भारत ने मेजबान को 1 रन से धूल चटा दी।
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Jan 8, 2011
कौन खिलाड़ी कितने में बिका. ये है पूरी सूची
गौतम गंभीर- कोलकाता नाइट राइडर्स ने 11.4 करोड़ रुपए ( 2.4 मिलियन डॉलर) में खरीदा।
तिलकरत्ने दिलशान- 3 करोड़ रुपए (6.5 लाख डॉलर) की कीमत में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरू ।
जहीर खान- रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू ने 4.1 करोड़ रुपए( 9 लाख डॉलर) में खरीदा।
रॉस टेलर- राजस्थान रॉयल्स ने 4.6 करोड़ रुपए (1 मिलियन डॉलर) में खरीदा।
यूसुफ पठान- कोलकाता नाइट राइडर्स ने 9.7 करोड़ रुपए (2.1 मिलियन डॉलर) में खरीदा।
केविन पीटरसन- 3 करोड़ रुपए (6.5 लाख डॉलर) में डेक्कन चार्जर्स ने खरीदा।
महेला जयवर्द्धने - 6.9 करोड़ रुपए (1.5 मिलियन डॉलर) में कोच्चि ने खरीदा।
युवराज सिंह- 8.3 करोड़ रुपए (1.8 मिलियन डॉलर) में पुणे वारियर्स ने खरीदा
एबी डीवीलियर्स- आरसीबी ने 5.1 करोड़ रुपए (1.1 मिलियन डॉलर) में खरीदा।
कैमरून व्हाइट- डेक्कन चार्जर्स ने 5.1 करोड़ रुपए (1.1 मिलियन डॉलर) में खरीदा।
जैकस कैलिस- 5.1 करोड़ रुपए (1.1 मिलियन डॉलर) में केकेआर ने खरीदा।
रोहित शर्मा- मुंबई इंडियंस ने 9.2 करोड़ रुपए (2 मिलियन डॉलर) में खरीदा।
कुमार संगकारा- 3.2 करोड़ रुपए ( 7 लाख डॉलर) में डेक्कन चार्जर्स ने खरीदा।
एडम गिलक्रिस्ट- किंग्स इलेवन पंजाब ने 4.1 करोड़ रुपए (9 लाख डॉलर) में खरीदा।
राहुल द्रविड़- 2.3 करोड़ रुपए ( 5 लाख डॉलर) में राजस्थान रॉयल्स ने खरीदा।
ग्रीम स्मिथ- 2.3 करोड़ रुपए (5 लाख डॉलर) में पुणे ने खरीदा।
रॉबिन उथप्पा- 9.7 करोड़ रुपए (2.1 मिलियन डॉलर) में पुणे ने खरीदा।
जोहान बोथा- 4.4 करोड़ रुपए (9.5 लाख डॉलर) में राजस्थान रॉयल्स ने खरीदा।
वी वी एस लक्ष्मण- 1.84 करोड़ रुपए (4 लाख डॉलर) ने कोच्चि ने खरीदा।
डेनियल विटोरी- 2.5 करोड़ रुपए (5.5 लाख डॉलर) में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरू ने खरीदा।
ब्रेंडन मैक्कुलम- 2.2 करोड़ रुपए (4.75 लाख डॉलर) में कोच्चि ने खरीदा।
एस श्रीसंथ- 4.1 करोड़ रुपए (9 लाख डॉलर) में कोच्चि ने खरीदा।
इरफान पठान- 8.7 करोड़ रुपए (1.9 मिलियन डॉलर) में दिल्ली डेयरडेविल्स ने खरीदा।
आरपी सिंह - 2.3 करोड़ रुपए (5 लाख डॉलर) में कोच्चि ने खरीदा।
माइक हसी- चेन्नई सुपर किंग्स ने 2 करोड़ रुपए (4.25 लाख डॉलर) में खरीदा।
जे पी डूमिनी- डेक्कन चार्जर्स ने 1.4 करोड़ रुपए (3 लाख डॉलर) में खरीदा।
शिखर धवन- डेक्कन चार्जर्स ने 1.4 करोड़ रुपए (3 लाख डॉलर) में खरीदा।
सौरभ तिवारी- रॉयल चैलेंजर्स बैंगलूरु ने 7.4 करोड़ रुपए (1.6 मिलियन डॉलर) में खरीदा।
डेविड हसी- किंग्स इलेवन पंजाब ने 6.4 करोड़ रुपए (1.4 मिलियन डॉलर) में खरीदा।
डेविड वार्नर- दिल्ली डेयरडेविल्स ने 3.5 करोड़ रुपए (7.5 लाख डॉलर) में खरीदा।
पार्थिव पटेल- कोच्चि ने 1.3 करोड़ रुपए (2.9 लाख डॉलर) में खरीदा।
रीद्धिमान साहा- चेन्नई सुपर किंग्स ने 46 लाख रुपए (एक लाख डॉलर) में खरीदा।
दिनेश कार्तिक- किंग्स इलेवन पंजाब ने 4.1 करोड़ रुपए ( 9 लाख डॉलर) में खरीदा।
नमन ओझा- दिल्ली डेयरडेविल्स ने 1.24 करोड़ रुपए (2.5 लाख डॉलर) में खरीदा।
ब्रेड हैडिन- कोलकाता नाइट राइडर्स ने 1.5 करोड़ रुपए ( 3.25 लाख डॉलर) में खरीदा।
टिम पेन- पुणे ने 1.2 करोड़ रुपए (2.7 लाख डॉलर) में खरीदा।
डेविड जैकब्स- मुंबई इंडियंस ने 87.4 लाख रुपए (1.9 लाख डॉलर) में खरीदा।
जेम्स होप्स- दिल्ली डेयरडेविल्स ने 1.6 करोड़ रुपए (3.5 लाख डॉलर) में खरीदा।
रवींद्र जडेजा- कोच्चि ने 4.4 करोड़ रुपए (9.5 लाख डॉलर) में खरीदा।
शकीब अल हसन- केकेआर ने 2 करोड़ रुपए (4.25 लाख डॉलर) में खरीदा।
स्टुअर्ट ब्रॉड- किंग्स इलेवन पंजाब ने 1.84 करोड़ रुपए ( 4 लाख डॉलर) ने खरीदा।
अभिषेक नायर- पंजाब ने 3.7 करोड़ रुपए (8 लाख डॉलर) में खरीदा।
एंजिलो मैथ्यूज- पुणे ने 4.4 करोड़ रुपए (9.5 लाख डॉलर) में खरीदा।
ड्वेन ब्रेवो- चेन्नई सुपर किंग्स ने 92 लाख रुपए (2 लाख डॉलर) में खरीदा।
स्टीवन स्मिथ- कोच्चि ने 92 लाख रुपए (2 लाख डॉलर) में खरीदा।
जेम्स फ्रेंकलिन- मुंबई इंडियंस ने 46 लाख रुपए (1 लाख डॉलर) में खरीदा।
इशांत शर्मा- डेक्कन चार्जर्स ने 2.1 करोड़ रुपए (4.5 लाख डॉलर) में खरीदा।
प्रवीण कुमार- किंग्स इलेवन पंजाब ने 3.7 करोड़ रुपए (8 लाख डॉलर) में खरीदा।
आशीष नेहरा- पुणे ने 3.9 करोड़ रुपए (8.5 लाख डॉलर) में खरीदा।
ब्रेट ली- कोलकाता ने 1.84 करोड़ रुपए (4 लाख डॉलर) में खरीदा।
मोर्ने मोर्कल- दिल्ली डेयरडेविल्स ने 2.2 करोड़ रुपए (4.75 लाख डॉलर) में खरीदा।
डेल स्टेन- डेक्कन चार्जर्स ने 5.5 करोड़ रुपए (1.2 मिलियन डॉलर) में खरीदा।
रेयान हैरिस- किंग्स इलेवन पंजाब 3.25 लाख डॉलर में खरीदा।
डर्क नेनेस- बेंगलूरु में 3 करोड़ रुपए (6.5 लाख डॉलर) में खरीदा।
डग बोलिंगर- चेन्नई सुपर किंग्स ने 3.2 करोड़ रुपए (7 लाख डॉलर) में खरीदा।
मुथैया मुरलीधरन- 5.1 करोड़ रुपए (1.1 मिलियन डॉलर) में कोच्चि ने खरीदा।
पीयूष चावला- किंग्स इलेवन पंजाब ने 9 लाख डॉलर में खरीदा।
आर आश्विन- चेन्नई सुपर किंग्स ने 8.5 लाख डॉलर में खरीदा।
प्रज्ञान ओझा- डेक्कन चार्जर्स ने 5 लाख डॉलर में खरीदा।
अमित मिश्रा- डेक्कन चार्जर्स ने 3 लाख डॉलर में खरीदा।
नेथन मैक्कुलम- पुणे ने 1 लाख डॉलर में खरीदा।
रोमेश पवार- 1.8 लाख डॉलर में कोच्चि ने खरीदा।
एरॉन फिंच- दिल्ली डेयरडेविल्स ने 3 लाख डॉलर में खरीदा।
इऑन मोर्गन- कोलकाता नाइट राइडर्स ने 3.5 लाख डॉलर में खरीदा।
ब्रैड हॉज- कोच्चि ने 4.25 लाख डॉलर में खरीदा।
कैलम फर्ग्युसन- पुणे ने 3 लाख डॉलर में खरीदा।
मनोज तिवारी- कोलकाता ने 4.75 लाख डॉलर में खरीदा।
चितेश्वर पुजारा- बैंगलुरू ने 7 लाख डॉलर में खरीदा।
एस बद्रीनाथ- चेन्नई सुपर किंग्स ने 8 लाख डॉलर में खरीदा।
पॉल कोलिंगवुड- राजस्थान रॉयल्स ने 2.5 लाख डॉलर में खरीदा।
तिलकरत्ने दिलशान- 3 करोड़ रुपए (6.5 लाख डॉलर) की कीमत में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरू ।
जहीर खान- रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू ने 4.1 करोड़ रुपए( 9 लाख डॉलर) में खरीदा।
रॉस टेलर- राजस्थान रॉयल्स ने 4.6 करोड़ रुपए (1 मिलियन डॉलर) में खरीदा।
यूसुफ पठान- कोलकाता नाइट राइडर्स ने 9.7 करोड़ रुपए (2.1 मिलियन डॉलर) में खरीदा।
केविन पीटरसन- 3 करोड़ रुपए (6.5 लाख डॉलर) में डेक्कन चार्जर्स ने खरीदा।
महेला जयवर्द्धने - 6.9 करोड़ रुपए (1.5 मिलियन डॉलर) में कोच्चि ने खरीदा।
युवराज सिंह- 8.3 करोड़ रुपए (1.8 मिलियन डॉलर) में पुणे वारियर्स ने खरीदा
एबी डीवीलियर्स- आरसीबी ने 5.1 करोड़ रुपए (1.1 मिलियन डॉलर) में खरीदा।
कैमरून व्हाइट- डेक्कन चार्जर्स ने 5.1 करोड़ रुपए (1.1 मिलियन डॉलर) में खरीदा।
जैकस कैलिस- 5.1 करोड़ रुपए (1.1 मिलियन डॉलर) में केकेआर ने खरीदा।
रोहित शर्मा- मुंबई इंडियंस ने 9.2 करोड़ रुपए (2 मिलियन डॉलर) में खरीदा।
कुमार संगकारा- 3.2 करोड़ रुपए ( 7 लाख डॉलर) में डेक्कन चार्जर्स ने खरीदा।
एडम गिलक्रिस्ट- किंग्स इलेवन पंजाब ने 4.1 करोड़ रुपए (9 लाख डॉलर) में खरीदा।
राहुल द्रविड़- 2.3 करोड़ रुपए ( 5 लाख डॉलर) में राजस्थान रॉयल्स ने खरीदा।
ग्रीम स्मिथ- 2.3 करोड़ रुपए (5 लाख डॉलर) में पुणे ने खरीदा।
रॉबिन उथप्पा- 9.7 करोड़ रुपए (2.1 मिलियन डॉलर) में पुणे ने खरीदा।
जोहान बोथा- 4.4 करोड़ रुपए (9.5 लाख डॉलर) में राजस्थान रॉयल्स ने खरीदा।
वी वी एस लक्ष्मण- 1.84 करोड़ रुपए (4 लाख डॉलर) ने कोच्चि ने खरीदा।
डेनियल विटोरी- 2.5 करोड़ रुपए (5.5 लाख डॉलर) में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरू ने खरीदा।
ब्रेंडन मैक्कुलम- 2.2 करोड़ रुपए (4.75 लाख डॉलर) में कोच्चि ने खरीदा।
एस श्रीसंथ- 4.1 करोड़ रुपए (9 लाख डॉलर) में कोच्चि ने खरीदा।
इरफान पठान- 8.7 करोड़ रुपए (1.9 मिलियन डॉलर) में दिल्ली डेयरडेविल्स ने खरीदा।
आरपी सिंह - 2.3 करोड़ रुपए (5 लाख डॉलर) में कोच्चि ने खरीदा।
माइक हसी- चेन्नई सुपर किंग्स ने 2 करोड़ रुपए (4.25 लाख डॉलर) में खरीदा।
जे पी डूमिनी- डेक्कन चार्जर्स ने 1.4 करोड़ रुपए (3 लाख डॉलर) में खरीदा।
शिखर धवन- डेक्कन चार्जर्स ने 1.4 करोड़ रुपए (3 लाख डॉलर) में खरीदा।
सौरभ तिवारी- रॉयल चैलेंजर्स बैंगलूरु ने 7.4 करोड़ रुपए (1.6 मिलियन डॉलर) में खरीदा।
डेविड हसी- किंग्स इलेवन पंजाब ने 6.4 करोड़ रुपए (1.4 मिलियन डॉलर) में खरीदा।
डेविड वार्नर- दिल्ली डेयरडेविल्स ने 3.5 करोड़ रुपए (7.5 लाख डॉलर) में खरीदा।
पार्थिव पटेल- कोच्चि ने 1.3 करोड़ रुपए (2.9 लाख डॉलर) में खरीदा।
रीद्धिमान साहा- चेन्नई सुपर किंग्स ने 46 लाख रुपए (एक लाख डॉलर) में खरीदा।
दिनेश कार्तिक- किंग्स इलेवन पंजाब ने 4.1 करोड़ रुपए ( 9 लाख डॉलर) में खरीदा।
नमन ओझा- दिल्ली डेयरडेविल्स ने 1.24 करोड़ रुपए (2.5 लाख डॉलर) में खरीदा।
ब्रेड हैडिन- कोलकाता नाइट राइडर्स ने 1.5 करोड़ रुपए ( 3.25 लाख डॉलर) में खरीदा।
टिम पेन- पुणे ने 1.2 करोड़ रुपए (2.7 लाख डॉलर) में खरीदा।
डेविड जैकब्स- मुंबई इंडियंस ने 87.4 लाख रुपए (1.9 लाख डॉलर) में खरीदा।
जेम्स होप्स- दिल्ली डेयरडेविल्स ने 1.6 करोड़ रुपए (3.5 लाख डॉलर) में खरीदा।
रवींद्र जडेजा- कोच्चि ने 4.4 करोड़ रुपए (9.5 लाख डॉलर) में खरीदा।
शकीब अल हसन- केकेआर ने 2 करोड़ रुपए (4.25 लाख डॉलर) में खरीदा।
स्टुअर्ट ब्रॉड- किंग्स इलेवन पंजाब ने 1.84 करोड़ रुपए ( 4 लाख डॉलर) ने खरीदा।
अभिषेक नायर- पंजाब ने 3.7 करोड़ रुपए (8 लाख डॉलर) में खरीदा।
एंजिलो मैथ्यूज- पुणे ने 4.4 करोड़ रुपए (9.5 लाख डॉलर) में खरीदा।
ड्वेन ब्रेवो- चेन्नई सुपर किंग्स ने 92 लाख रुपए (2 लाख डॉलर) में खरीदा।
स्टीवन स्मिथ- कोच्चि ने 92 लाख रुपए (2 लाख डॉलर) में खरीदा।
जेम्स फ्रेंकलिन- मुंबई इंडियंस ने 46 लाख रुपए (1 लाख डॉलर) में खरीदा।
इशांत शर्मा- डेक्कन चार्जर्स ने 2.1 करोड़ रुपए (4.5 लाख डॉलर) में खरीदा।
प्रवीण कुमार- किंग्स इलेवन पंजाब ने 3.7 करोड़ रुपए (8 लाख डॉलर) में खरीदा।
आशीष नेहरा- पुणे ने 3.9 करोड़ रुपए (8.5 लाख डॉलर) में खरीदा।
ब्रेट ली- कोलकाता ने 1.84 करोड़ रुपए (4 लाख डॉलर) में खरीदा।
मोर्ने मोर्कल- दिल्ली डेयरडेविल्स ने 2.2 करोड़ रुपए (4.75 लाख डॉलर) में खरीदा।
डेल स्टेन- डेक्कन चार्जर्स ने 5.5 करोड़ रुपए (1.2 मिलियन डॉलर) में खरीदा।
रेयान हैरिस- किंग्स इलेवन पंजाब 3.25 लाख डॉलर में खरीदा।
डर्क नेनेस- बेंगलूरु में 3 करोड़ रुपए (6.5 लाख डॉलर) में खरीदा।
डग बोलिंगर- चेन्नई सुपर किंग्स ने 3.2 करोड़ रुपए (7 लाख डॉलर) में खरीदा।
मुथैया मुरलीधरन- 5.1 करोड़ रुपए (1.1 मिलियन डॉलर) में कोच्चि ने खरीदा।
पीयूष चावला- किंग्स इलेवन पंजाब ने 9 लाख डॉलर में खरीदा।
आर आश्विन- चेन्नई सुपर किंग्स ने 8.5 लाख डॉलर में खरीदा।
प्रज्ञान ओझा- डेक्कन चार्जर्स ने 5 लाख डॉलर में खरीदा।
अमित मिश्रा- डेक्कन चार्जर्स ने 3 लाख डॉलर में खरीदा।
नेथन मैक्कुलम- पुणे ने 1 लाख डॉलर में खरीदा।
रोमेश पवार- 1.8 लाख डॉलर में कोच्चि ने खरीदा।
एरॉन फिंच- दिल्ली डेयरडेविल्स ने 3 लाख डॉलर में खरीदा।
इऑन मोर्गन- कोलकाता नाइट राइडर्स ने 3.5 लाख डॉलर में खरीदा।
ब्रैड हॉज- कोच्चि ने 4.25 लाख डॉलर में खरीदा।
कैलम फर्ग्युसन- पुणे ने 3 लाख डॉलर में खरीदा।
मनोज तिवारी- कोलकाता ने 4.75 लाख डॉलर में खरीदा।
चितेश्वर पुजारा- बैंगलुरू ने 7 लाख डॉलर में खरीदा।
एस बद्रीनाथ- चेन्नई सुपर किंग्स ने 8 लाख डॉलर में खरीदा।
पॉल कोलिंगवुड- राजस्थान रॉयल्स ने 2.5 लाख डॉलर में खरीदा।
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Dec 28, 2010
उफ! देश ने मैच जीता, फिर भी हर किसी के मन में कसक
2010 कुछ ऐसी घटनाओं के लिए भी याद किया जाएगा, जिन्होंने एक पल के लिए आपको स्तब्ध कर दिया। कुछ लोगों की जिंदगी के लिए ये पल हृदयविदारक थे लेकिन सुनकर और पढ़कर दु:ख सभी को हुआ। वैसे हादसे जिंदगी का हिस्सा हैं लेकिन ऐसी घटनाएं भी हुईं, जो हम रोक सकते थे पर नहीं रोक पाए। सालभर पर नजर दौड़ाई तो कई बार दिल में गूंजा। उफ। काश ऐसा न हुआ होता।
इसी साल श्रीलंका के दांबुला में 16 अगस्त को खेले गए एक मैच में आखिरी बॉल ने दुनियाभर के क्रिकेट प्रेमियों को सकते में डाल दिया। यह मैच भारत ने ही जीता, फिर भी कहीं एक बड़ी कसक रह गई। मैच में सहवाग 99 पर थे और भारत को भी जीत के लिए एक रन चाहिए था।
मैच देख रहा हर दर्शक उम्मीद बांधे था कि सहवाग जीत के साथ अपना सैकड़ा भी पूरा करेंगे। दर्शकों की मंशा के अनुरूप सहवाग ने शानदार छक्का भी मारा, लेकिन अफसोस कि ये रन नियमानुसार उनके खाते में नहीं जुड़े। दरअसल, यह श्रीलंकाई गेंदबाज सूरज रणदीव द्वारा सोच-समझकर नो बॉल डालने की वजह से हुआ। इसके लिए उन्हें तिलकरत्ने व दिलशान ने भी उकसाया था। घटना की पूरे खेले जगत में निंदा हुई। श्रीलंकाई बोर्ड ने भी दोनों के खिलाफ एक्शन लिया।
इसी साल श्रीलंका के दांबुला में 16 अगस्त को खेले गए एक मैच में आखिरी बॉल ने दुनियाभर के क्रिकेट प्रेमियों को सकते में डाल दिया। यह मैच भारत ने ही जीता, फिर भी कहीं एक बड़ी कसक रह गई। मैच में सहवाग 99 पर थे और भारत को भी जीत के लिए एक रन चाहिए था।
मैच देख रहा हर दर्शक उम्मीद बांधे था कि सहवाग जीत के साथ अपना सैकड़ा भी पूरा करेंगे। दर्शकों की मंशा के अनुरूप सहवाग ने शानदार छक्का भी मारा, लेकिन अफसोस कि ये रन नियमानुसार उनके खाते में नहीं जुड़े। दरअसल, यह श्रीलंकाई गेंदबाज सूरज रणदीव द्वारा सोच-समझकर नो बॉल डालने की वजह से हुआ। इसके लिए उन्हें तिलकरत्ने व दिलशान ने भी उकसाया था। घटना की पूरे खेले जगत में निंदा हुई। श्रीलंकाई बोर्ड ने भी दोनों के खिलाफ एक्शन लिया।
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Oct 2, 2010
जहीर ने लक्ष्मण से कहा था- बुजुर्ग हो गए हैं पोंटिंग, इसी पर भड़क गए थे कप्तान
नई दिल्ली. भारतीय ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने खुलासा किया है कि किस बात पर पोंटिंग इतना भड़के थे। हुआ यह था कि गेंदबाज जहीर खान ने अपने साथी वीवीएस लक्ष्मण से कहा कि अब पोंटिंग बुजुर्ग दिखने लगे हैं। लेकिन पोंटिंग को लगा कि जहीर ने यह बात सीधे उनसे कही है, जिस पर उन्होंने बल्ला उठाकर जहीर को धमकाया। पूर्व भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी अरुणलाल ने भी कहा कि जहीर वीवीएस लक्ष्मण से बात कह रहे थे और पोंटिंग को गलतफहमी हो गई।
हरभजन ने कहा कि दरअसल यह पूरा मामला पोंटिंग को हुई गलतफहमी के कारण हुआ। उनके 71 रन पर आउट होने के बाद सभी भारतीय खिलाड़ी जश्न मना रहे थे। इसी बीच जहीर ने यह टिप्पणी लक्ष्मण से चर्चा के दौरान की। और पोंटिंग यह जानने के लिए लौटे कि जहीर ने वास्तव में क्या कहा। आपको बता दें कि पोंटिंग अभी 36 साल के हैं।
पूर्व भारतीय खिलाड़ी और वर्तमान कमेंटेटर अरुणलाल ने भी इस प्रकरण को साफ करते हुए कहा कि जहीर रिकी पोंटिंग को नहीं बल्कि साथी खिलाड़ी वीवीएस लक्ष्मण से कुछ कह रहे थे। लेकिन पोंटिंग इसे गलत समझ बैठे और जहीर से उलझ पड़े।
शुक्रवार को मोहाली में खेले जा रहे भारत ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टेस्ट मैच के पहले दिन ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग और भारतीय गेंदबाज जहीर खान में बहस हो गई थी। अब खुलासा हुआ है कि जहीर, लक्ष्मण से बात कर रहे थे। इस पर आउट होकर मैदान से पवेलियन लौट रहे पोंटिंग वापस आए और जानना चाहा कि जहीर ने क्या कहा। इसके बाद उन्होंने धमकी भरे अंदाज में बल्ला भी दिखाया।
हरभजन ने कहा कि दरअसल यह पूरा मामला पोंटिंग को हुई गलतफहमी के कारण हुआ। उनके 71 रन पर आउट होने के बाद सभी भारतीय खिलाड़ी जश्न मना रहे थे। इसी बीच जहीर ने यह टिप्पणी लक्ष्मण से चर्चा के दौरान की। और पोंटिंग यह जानने के लिए लौटे कि जहीर ने वास्तव में क्या कहा। आपको बता दें कि पोंटिंग अभी 36 साल के हैं।
पूर्व भारतीय खिलाड़ी और वर्तमान कमेंटेटर अरुणलाल ने भी इस प्रकरण को साफ करते हुए कहा कि जहीर रिकी पोंटिंग को नहीं बल्कि साथी खिलाड़ी वीवीएस लक्ष्मण से कुछ कह रहे थे। लेकिन पोंटिंग इसे गलत समझ बैठे और जहीर से उलझ पड़े।
शुक्रवार को मोहाली में खेले जा रहे भारत ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टेस्ट मैच के पहले दिन ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग और भारतीय गेंदबाज जहीर खान में बहस हो गई थी। अब खुलासा हुआ है कि जहीर, लक्ष्मण से बात कर रहे थे। इस पर आउट होकर मैदान से पवेलियन लौट रहे पोंटिंग वापस आए और जानना चाहा कि जहीर ने क्या कहा। इसके बाद उन्होंने धमकी भरे अंदाज में बल्ला भी दिखाया।
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Aug 29, 2010
तीन ओवर, और लग गया शतक
नई दिल्ली. विश्व क्रिकेट में आज कितने भी रिकार्ड बन गए हों, पर ऑस्ट्रेलिया के डॉन ब्रेडमेन के इस कीर्तिमान को अब तक कोई खिलाड़ी नहीं छू सका है। घरेलू मैच खेलते हुए ब्रेडमेन ने महज तीन ओवरों में शतक जड़ दिया था। दुनिया के तेज से तेज बल्लेबाजी करने वाले बल्लेबाज भी ऐसा नहीं कर पाए हैं।
बात उस समय की है जब एक ओवर में 8 गेंदें हुआ करती थीं। लेकिन आज तक किसी बल्लेबाज ने महज 22 गेंदों में शतक नहीं लगाया है। 3 नवंबर, 1931 को ब्लैकहीथ (ऑस्ट्रेलियाई टीम) से खेलते हुए ब्रेडमेन ने लिथगो के खिलाफ तीन ओवर और दो गेंद मे 111 रन ठोक दिए थे।
पहला ओवर - 33 रन - 6,6,4,2,4,4,6,1
दूसरा ओवर - 40 रन - 6,4,4,6,6,4,6,4
तीसरा ओवर - 27 रन - 6,6,1,4,4,6
शायद इसलिए ब्रेडमेन की क्रिकेट का महानतम बल्लेबाज कहा जाता है। आज कोई बल्लेबाज कितने भी कीर्तिमान खड़े क्यों ना कर ले, लेकिन ब्रेडमेन की बराबरी कभी नहीं कर सकता। उन्होंने महज 20 साल के करियर में बल्लेबाजी के रिकार्डों का पहाड़ खड़ा कर दिया। सचिन तेंदुलकर ने भी 20 साल से अधिक क्रिकेट खेला है, लेकिन कम मैच खेलकर ब्रेड
बात उस समय की है जब एक ओवर में 8 गेंदें हुआ करती थीं। लेकिन आज तक किसी बल्लेबाज ने महज 22 गेंदों में शतक नहीं लगाया है। 3 नवंबर, 1931 को ब्लैकहीथ (ऑस्ट्रेलियाई टीम) से खेलते हुए ब्रेडमेन ने लिथगो के खिलाफ तीन ओवर और दो गेंद मे 111 रन ठोक दिए थे।
पहला ओवर - 33 रन - 6,6,4,2,4,4,6,1
दूसरा ओवर - 40 रन - 6,4,4,6,6,4,6,4
तीसरा ओवर - 27 रन - 6,6,1,4,4,6
शायद इसलिए ब्रेडमेन की क्रिकेट का महानतम बल्लेबाज कहा जाता है। आज कोई बल्लेबाज कितने भी कीर्तिमान खड़े क्यों ना कर ले, लेकिन ब्रेडमेन की बराबरी कभी नहीं कर सकता। उन्होंने महज 20 साल के करियर में बल्लेबाजी के रिकार्डों का पहाड़ खड़ा कर दिया। सचिन तेंदुलकर ने भी 20 साल से अधिक क्रिकेट खेला है, लेकिन कम मैच खेलकर ब्रेड
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Aug 6, 2010
cricket
कोलंबो, एजेंसी : अपनी बल्लेबाजी से रोमांच पैदा करने के लिए मशहूर वीरेंद्र सहवाग ने श्रीलंका की दूसरी पारी में दो विकेट चटकाकर तीसरे व अंतिम टेस्ट मैच के तीसरे दिन मुकाबला रोमांचक दौर में पहुंचा दिया है। गुरुवार को अपना 21वां टेस्ट शतक लगाने वाले वीरू ने श्रीलंकाई सलामी बल्लेबाजों परानाविताना (16) व दिलशान (13) को पवेलियन भेजकर मेजबानों का स्कोर 2 विकेट पर 45 रन कर दिया। वीरू ने अपने पहले ओवर में ही परानाविताना को आउट किया। उनकी ऑफ स्टंप से टर्न लेती गेंद परानाविताा के बल्ले का बाहरी किनारा लेकर विकेटकीपर महेंद्र सिंह धौनी के दस्तानों में समा गई। सहवाग के अगले ओवर में गेंद फिर से तेजी से अंदर की तरफ घूमी जिस पर दिलशान ने एलबीडब्ल्यू होने से बचने के लिए बल्ला भिड़ा दिया और इस बार शॉर्ट लेग पर खड़े मुरली विजय ने डाइव लगाकर बेहतरीन कैच लिया। श्रीलंका की कुल बढ़त 34 रन हो गई है। दिन का खेल खत्म होने पर कप्तान कुमार संगकारा (12) व सूरज रणदीव (0) क्रीज पर मौजूद हैं। तीन मैचों की सीरीज में यह पहला मौका है जब श्रीलंकाई टीम कुछ संकट में नजर आ रही है। सहवाग (109), वीवीएस लक्ष्मण (56), सुरेश रैना (62), अभिमन्यु मिथुन (46) और अमित मिश्रा (40) की साहसिक पारियों से भारत, श्रीलंका के 425 रन के जवाब में अपनी पहली पारी में 436 रन बनाकर 11 रन की बढ़त हासिल करने में सफल रहा। इससे पहले सचिन तेंदुलकर (41) और सहवाग ने श्रीलंका को अपने विकेट इनाम में दिए, लेकिन लक्ष्मण और रैना ने पांचवें विकेट के लिए 105 रन की साझेदारी करके स्थिति संभाली जबकि मिथुन और मिश्रा की आठवें की 64 रन की साझेदारी ने रही-सही कसर पूरी कर दी। तेंदुलकर ने सुबह 40 रन से अपनी पारी आगे बढ़ाई। लसिथ मलिंगा के दिन के पहले ओवर में ही उन्होंने ऑफ स्टंप से बहुत बाहर जाती गेंद पर कदमों का इस्तेमाल किए बिना छेड़खानी करने की कोशिश में विकेट कीपर प्रसन्ना जयवर्द्धने को आसान कैच थमाया। सहवाग ने 97 रन से आगे खेलते हुए मलिंगा की गेंद पर चौका जड़कर अपना शतक पूरा किया लेकिन जल्द ही उन्होंने रणदीव की गेंद पर मिड ऑफ पर आसान कैच देकर अपना विकेट गंवाया। भारत का स्कोर तब चार विकेट पर 199 रन था। लक्ष्मण और रैना ने दबाव की इन परिस्थितियों में क्रीज पर पांव जमाने में समय लगाया, लेकिन दोनों ने आत्मविश्वास हासिल करने के बाद खुलकर बल्लेबाजी की। लक्ष्मण ने मलिंगा पर थर्ड मैन क्षेत्र में चौका लगाकर अपना 45वां अर्द्धशतक पूरा किया लेकिन फिर से वह मेंडिस के शिकार बने। यह सातवां अवसर है कि मेंडिस ने इस हैदराबादी बल्लेबाज को आउट
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