Jan 16, 2011

जहां बनाया था 438 का रिकार्ड, वहीं हुए 188 पर ढेर

नई दिल्ली. भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच पांच वनडे मैचों की श्रृंखला का दूसरा मुकाबला मेहमान ने 1 रन से जीत लिया। ये मुकाबला विश्व के सबसे करिश्माई मैदान वांडर्रस स्टेडियम में खेला गया था। इस मैदान पर मिली ये रोमांचक हार मेजबान टीम के साथ-साथ सभी क्रिकेटप्रेमियों को भी अजूबा लग रही होगी, क्योंकि ये वही पिच थी जिस पर 434 रन के लक्ष्य को हासिल कर दक्षिण अफ्रीका ने विश्व कीर्तिमान स्थापित किया था।

12 मार्च 2006 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुए इस वनडे को हाल ही में आईसीसी ने क्रिकेट इतिहास का सबसे रोमांचक और लोकप्रिय मुकाबला घोषित किया था। 5 जनवरी को वनडे क्रिकेट की 40वीं वर्षगांठ के अवसर पर आईसीसी ने पब्लिक पोल करवाकर ये चयन किया था। 434 रन जैसे विशाल स्कोर को प्रोटीज टीम ने वांडर्रस के मैदान पर ही हासिल किया था।

आश्चर्य की बात ये है कि जहां दक्षिण अफ्रीका ने 434 रन की चुनौती के जवाब में एक गेंद शेष रहते ही 438 रन ठोक डाले थे, वहीं पर मेजबान टीम के लिए 190 रन का मामूली लक्ष्य भारी पड़ गया। शायद इसलिए क्रिकेट को अनिश्चितता का खेल कहा जाता है।

क्या था वांडर्रस का वंडर?

साल 2006 में 12 मार्च को दक्षिण अफ्रीका ने अपना नाम इतिहास में दर्ज करवाया था। पहले ऑस्ट्रेलिया ने वनडे इतिहास का सबसे बड़ा स्कोर खड़ा किया था। सलामी बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट और साइमन कैटिच के अर्धशतकों के बाद कप्तान रिकी पोंटिंग ने धुआंधार 164 रन की शतकीय पारी खेलकर 434 रन के विशाल स्कोर की नींव रखी थी। पोंटिंग ने महज 105 गेंदों में 13 चौकों और 9 छक्कों की मदद से 164 रन बनाए थे। माइक हसी ने भी आतिशी अर्धशतक जमाया था।

इसके जवाब में दक्षिण अफ्रीकी कप्तान ग्रीम स्मिथ ने टीम को हर्शेल गिब्स के साथ मिलकर तेज शुरुआत दी थी। स्मिथ ने 55 गेंदों में 2 छक्के और 13 चौकों की मदद से 90 रन बनाए थे। हर्शेल गिब्स का बल्ला भी उस दिन जैसे रन मशीन बन गया था। गिब्स ने 111 गेंदों में 21 चौके और 7 छक्के लगाकर 175 रन ठोके थे।

दक्षिण अफ्रीका ये मुकाबला 1 विकेट से जीता था। इस मैच का फैसला दूसरी पारी के अंतिम ओवर की पांचवी गेंद पर आया था। जिस मैदान पर दक्षिण अफ्रीका ने ऐतिहासिक मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया पर 1 विकेट से जीत दर्ज की थी, उसी वांडर्रस पर भारत ने मेजबान को 1 रन से धूल चटा दी।

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