Jan 31, 2013

संता ने भागते हुए बस पकड़ी और बस के ड्राइवर से पूछा - बस तेरी मां लगती है?

संता ने भागते हुए बस पकड़ी और बस के ड्राइवर से पूछा - बस तेरी मां लगती है?


ड्राइवर - नहीं।


संता - बहन?


ड्राइवर - नहीं।


संता - बीवी?


ड्राइवर - नहीं।


संता - तो कमीने इसे पकड़ने क्यों नहीं देता।

जुबान बंद रखने का फायदा...

एक औरत पंडित के पास गई और बोली - मेरे शौहर घर आते ही मुझे मारना-पीटना शुरू कर देते हैं..., उससे बचने का कोई उपाय बताइए बाबा जी...! पंडित - वो जैसे ही घर आएं तो तुम यह 'ताबीज' अपने दांत के नीचे दबा लेना। पांच दिनों के बाद..... औरत - बाबा जी, ताबीज दांत के नीचे दबाने का इतना फायदा हुआ कि अब वो मुझे कुछ नहीं कहते हैं....। पंडित - यह फायदा ताबीज का नहीं, अपनी जुबान बंद रखने का है....।

जिंदगी भर निभाता दामिनी का साथ, दोस्त ने उसका मोबाइल नंबर आज भी अपने सेल फोन से डिलीट नहीं किया है...

दामिनी भले ही आज इस दुनिया में नहीं है लेकिन उसके दोस्त ने उसका मोबाइल नंबर आज भी अपने सेल फोन से डिलीट नहीं किया है। दामिनी का नंबर उसके सेलफोन में 'जेवी' नाम से सेव है। संस्कृत के इस शब्द का हिंदी में मतलब जीवन होता है। उसने पुराने दिनों को याद करते हुए बताया है कि दामिनी उसे 'परफेक्ट मैन' बुलाया करती थी। दामिनी का उसे लास्ट गिफ्ट एक ग्रे कलर की टाई थी जो आज भी उसके नई दिल्ली के अपार्टमेंट में रखी है। 'वॉल स्ट्रीट जर्नल' के साथ बातचीत में युवक ने 16 दिसंबर की रात और अपनी दोस्त के बारे में कुछ नई बातें बताई हैं I आईटी प्रोफेशनल, 28 साल के इस युवक का कहना है कि दामिनी से उसकी पहली मुलाकात बस स्‍टैंड पर हुई थी। रेस्‍तरां में लंच की टेबल पर बात आगे बढ़ी और फिर तो गहरा ही होता गया था प्‍यार। दोनों कई जगह घूमने गए और एक ही कमरे में साथ ठहरे। हालांकि दोनों का रिश्‍ता दोस्‍ती से आगे का नहीं था। युवक के दिमाग से उस रात की तस्वीरें आज भी नहीं निकल सकी हैं।

Jan 29, 2013

एक सुनार था। उसकी दुकान से मिली हुई एक लुहार की दुकान थी.....


एक सुनार था। उसकी दुकान से मिली हुई एक लुहार की दुकान थी। सुनार जब काम करता, उसकी दुकान से बहुत ही धीमी आवाज होती, पर जब लुहार काम करतातो उसकी दुकान से कानो के पर्दे फाड़ देने वाली आवाज सुनाई पड़ती।

एक दिन सोने का एक कण छिटककर लुहार की दुकान में आ गिरा। वहां उसकी भेंट लोहे के एक कण के साथ हुई।
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सोने के कण ने लोहे के कण से कहा, "भाई, हम दोनों का दु:ख समान है। हम दोनों को एक ही तरह आग में तपाया जाता है और समान रुप से हथौड़े की चोटें सहनी पड़ती हैं। मैं यह सब यातना चुपचाप सहन करता हूं, पर तुम...?"

"तुम्हारा कहना सही है, लेकिन तुम पर चोट करने वाला लोहे का हथौड़ा तुम्हारा सगा भाई नहीं है, पर वह मेरा सगा भाई है।" लोहे के कण ने दु:ख भरे स्वर में उत्तर दिया। फिर कुछ रुककर बोला, "पराये की अपेक्षा अपनों के द्वारा गई चोट की पीड़ा अधिक असह्म होती है।"

लड़का अपनी गर्लफ्रेंड के साथ मेरेज रजिस्ट्रेशन ऑफिस गया

लड़का अपनी गर्लफ्रेंड के साथ मेरेज
रजिस्ट्रेशन ऑफिस गया
लंच टाइम होने के कारण ऑफिस बंद थी
और ऑफिस के बहार एक बोर्ड में लिखा था
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दोपहर 1 बजे से 2 बजे तक ऑफिस बंद रहेगी,
तब तक
एक बार फिर सोच ले