Apr 18, 2013

आपात आपरेशन के लिए एक फोन के बाद डाक्टर जल्दी जल्दी अस्पताल ....

एक लड़के के आपात आपरेशन के लिए एक फोन के बाद डाक्टर जल्दी जल्दी अस्पताल में प्रवेश करते हैं....उन्होंने तुरंत अपने कपडे बदल कर सर्जिकल गाउन पहना, ऑपरेशन के लिए खुद को तैयार किया और ऑपरेशन थियेटर की तरफ चल पड़े...हॉल में प्रवेश करते ही उनकी नज़र लड़के की माँ पर जाती है...जो उनका इंतज़ार करती जान पड़ती थी और बहुत व्याकुल भी लग रही थी....

डॉक्टर को देखते ही लड़के की माँ एक दम गुस्से से बोली : आपने आने इतनी
देर क्यों कर दी..? आपको पता नहीं है कि मेरे बेटे की हालत बहुत गंभीर है..? आपको अपनी जिम्मेदारी का अहसास है की नहीं..??
डॉक्टर मंद मंद मुस्कुराते हुए कहता है : मैं अपनी गलती के लिए आपसे माफ़ी मांगता हूँ...फोन आया तब मैं अस्पताल में नहीं था,जैसे ही खबर मिली मैं तुरंत अस्पताल के लिए निकल पड़ा..रास्ते में ट्रैफिक ज्यादा होने की वजह से थोड़ी देर हो गयी. अब आप निश्चिन्त रहो मैं आ गया हूँ भ
गवान की मर्ज़ी से
सब ठीक हो जाएगा..अब आप विलाप करना छोड़ दो..''

इस पर लड़के की माँ और ज्यादा गुस्से से : विलाप करना छोड़ दूं मतलब..? आपके कहने का मतलब क्या है..? मेरे बच्चे को कुछ हो गया होता तो.?" इसकी जगह आपका बच्चा होता तो आप क्या करते"..?? डॉक्टर फिर मंद मंद मुस्कुराते हुए : शांत हो जाओ बहन, जीवन और मरण वो तो भगवान के हाथ में है, मैं तो बस एक मनुष्य हूँ, फिर भी मैं मेरे से जितना अच्छा प्रयास हो सकेगा वो मैं करूँगा..बाकी आपकी दुआ और भगवान की मर्ज़ी..! क्या अब आप मुझे ऑपरेशन थियेटर में जाने देंगीं.?? डॉक्टर ने फिर नर्स को कुछ सलाह दी और ऑपरेशन रूम में चले गए..

कुछ घंटे बाद डॉक्टर प्रफुल्लित मुस्कान लिए ऑपरेशन रूम से बाहर आकर लड़के की माँ से कहते हैं : भगवान का लाख लाख शुक्र है की आपका लड़का सही सलामत है, अब वो जल्दी से ठीक हो जाएगा और आपको ज्यादा जानकारी मेरा साथी डॉक्टर दे देगा..ऐसा कह कर डॉक्टर तुरंत वहां से चल पड़ते हैं..

लड़के की माँ ने तुरंत नर्स से पुछा : ये डॉक्टर साहब को इतनी जल्दी भी क्या थी.? मेरा लड़का होश में आ जाता तब तक तो रूक जाते तो क्या बिगड़ जाता उनका..? डॉक्टर तो बहुत घमंडी लगते हैं''
ये सुनकर नर्स की आँखों में आंसू आ गए और कहा :''मैडम ! ये वही डॉक्टर हैं जिनका इकलौता लड़का आपके लड़के की अंधाधुंध ड्राइविंग की चपेट में आकर मारा गया है..उनको पता था की आपके लड़के के कारण ही उनके इकलौते लड़के की जान गयी है फिर भी उन्होंने तुम्हारे लड़के की जान बचाई है...और जल्दी वो इसलिए चले गए क्योंकि वे अपने लड़के की अंतिम क्रिया अधूरी छोड़ कर आ गए थे...

Apr 17, 2013

एक दंपत्ति की शादी को साठ वर्ष हो चुके थे। उनकी आपसी समझ इतनी अच्छी थी ...

एक दंपत्ति की शादी को साठ वर्ष हो चुके थे। उनकी आपसी समझ इतनी अच्छी थी कि इन साठ वषरें में उनमें कभी झगड़ा तक नहीं हुआ।
वे एक दूजे से कभी कुछ भी छिपाते नहीं थे।
हां, पत्‍‌नी के पास उसके मायके से लाया हुआ एक डिब्बा था जो उसने अपने पति के सामने कभी खोला नहीं था।
उस डिब्बे में क्या है वह नहीं जानता था। कभी उसने जानने की कोशिश भी की तो पत्‍‌नी ने यह कह कर टाल दिया0
कि सही समय आने पर बता दूंगी।
... आखिर एक दिन बुढि़या बहुत बीमार हो गई और उसके बचने की आशा न रही। उसके पति को तभी खयालआया कि उस डिब्बे का रहस्य जाना जाये।
बुढि़या बताने को राजी हो गई। पति ने जब उस डिब्बे को खोला तो उसमें हाथ से बुने हुये दो रूमाल और 50,000 रूपये निकले। उसने पत्‍‌नी से पूछा, यह सब क्या है। पत्‍‌नी ने बताया कि
जब उसकी शादी हुई थी तो उसकी दादी मां ने उससेकहा था कि ससुराल में कभी किसी से झगड़ना नहीं । यदि कभी किसी पर क्रोध आये तो अपने हाथसे एक रूमाल बुनना और इस डिब्बे में रखना।
बूढ़े की आंखों में यह सोचकर खुशी के मारे आंसू आ गये
उसे अपनी पत्‍‌नी पर सचमुच गर्व हुआ।
खुद को संभाल कर उसने रूपयों के बारे में पूछा ।
इतनी बड़ी रकम तो उसने अपनी पत्‍‌नी को कभी दी ही नहीं थी,
फिर ये कहां से आये ?
रूपये ! वे तो मैंने रूमाल बेच बेच कर इकठ्ठे किये है!!

गुरु चाणक्य के उपदेश आज भी अनुकरणीय है ।



किसी भी व्यक्ति को जरूरत
से
ज्यादा ईमानदार
... नहीं होना चाहिए।
सीधे तने वाले पेड़
ही सबसे काटे जाते हैं
और बहुत
ज्यादा ईमानदार
लोगों को ही सबसे
ज्यादा कष्ट उठाने
पड़ते हैं।
- अगर कोई सांप
जहरीला नहीं है, तब
भी उसे
फुफकारना नहीं छोड़ना चाहिए।
उसी तरह से कमजोर
व्यक्ति को भी हर
वक्त
अपनी कमजोरी का प्रदर्शन
नहीं करना चाहिए।
[ जारी है ]
- सबसे बड़ा गुरुमंत्र :
कभी भी अपने
रहस्यों को किसी के
साथ साझा मत करो,
यह प्रवृत्ति तुम्हें
बर्बाद कर देगी।
- हर मित्रता के
पीछे कुछ स्वार्थ
जरूर
छिपा होता है।
दुनिया में ऐसी कोई
दोस्ती नहीं जिसके
पीछे लोगों के अपने
हित न छिपे हों, यह
कटु सत्य है, लेकिन
यही सत्य है।
- अपने बच्चे को पहले
पांच साल दुलार के
साथ
पालना चाहिए।
अगले पांच साल उसे
डांट-फटकार के साथ
निगरानी में
रखना चाहिए।
लेकिन जब
बच्चा सोलह साल
का हो जाए,
तो उसके साथ दोस्त
की तरह व्यवहार
करना चाहिए। बड़े
बच्चे आपके सबसे अच्छे
दोस्त होते हैं।
- दिल में प्यार रखने
वाले लोगों को दुख
ही झेलने पड़ते हैं।
दिल में प्यार पनपने
पर बहुत सुख महसूस
होता है, मगर इस
सुख के साथ एक डर
भी अंदर ही अंदर
पनपने लगता है, खोने
का डर, अधिकार कम
होने का डर आदि-
आदि। मगर दिल में
प्यार पनपे नहीं,
ऐसा तो हो नहीं सकता।
तो प्यार पनपे मगर
कुछ समझदारी के
साथ। संक्षेप में कहें
तो प्रीति में
चालाकी रखने वाले
ही अंतत: सुखी रहते
हैं।
- ऐसा पैसा जो बहुत
तकलीफ के बाद मिले,
अपना धर्म-ईमान
छोड़ने पर मिले
या दुश्मनों की चापलूसी से,
उनकी सत्ता स्वीकारने
से मिले, उसे स्वीकार
नहीं करना चाहिए।
- नीच प्रवृति के
लोग दूसरों के
दिलों को चोट
पहुंचाने वाली, उनके
विश्वासों को छलनी करने
वाली बातें करते हैं,
दूसरों की बुराई कर
खुश हो जाते हैं। मगर
ऐसे लोग
अपनी बड़ी-बड़ी और
झूठी बातों के बुने
जाल में खुद भी फंस
जाते हैं। जिस तरह से
रेत के टीले
को अपनी बांबी समझकर
सांप घुस जाता है और
दम घुटने से
उसकी मौत
हो जाती है,
उसी तरह से ऐसे लोग
भी अपनी बुराइयों के
बोझ तले मर जाते हैं।
- जो बीत गया,
सो बीत गया। अपने
हाथ से कोई गलत
काम
हो गया हो तो उसकी फिक्र
छोड़ते हुए वर्तमान
को सलीके से जीकर
भविष्य
को संवारना चाहिए।
- असंभव शब्द
का इस्तेमाल
बुजदिल करते हैं।
बहादुर और
बुद्धिमान
व्यक्ति अपना रास्ता खुद
बनाते हैं।
- संकट काल के लिए
धन बचाएं। परिवार
पर संकट आए तो धन
कुर्बान कर दें।
लेकिन
अपनी आत्मा की हिफाजत
हमें अपने परिवार
और धन को भी दांव
पर लगाकर
करनी चाहिए।
- भाई-बंधुओं की परख
संकट के समय और
अपनी स्त्री की परख
धन के नष्ट हो जाने
पर ही होती है।
- कष्टों से
भी बड़ा कष्ट
दूसरों के घर पर
रहना है ।

Apr 16, 2013

पान की दुकान के बाहर बड़ी चहल कदमी थी !.....


पान की दुकान के बाहर बड़ी चहल कदमी थी ! कुछ लोग पान खा रहे थे कुछ
सिगरेट पी रहे थे ! कुछ आपस मैं बतिया रहे थे ,
.
तभी एक थप्पड़ की आवाज़ गूंजी १ एक युवक ने दुसरे को थप्पड़ मार
दिया ,हंगामा हो गया !लोग इकट्ठे हो गए ,एक ने पूच्छा क्यों मारा इसे !
... थप्पड़ मरने वाला युवक देश मई इतनी महंगाई है !
दूसरा युवक ;लेकिन थप्पड़ क्यों मारा
युवक;दिन दहाड़े बहु बतियों की इज्ज़त लूट रही है !
एक बूढी औरत;लेकिन थप्पड़ क्यों मारा
युवक;चार राज्यों मैं सुखा पड़ा है !
एक बूढा;भाई लेकिन थप्पड़ क्यों मारा !
युवक;बिना रिश्वात के कोई कम नहीं होता !
पान वाला ; लेकिन इस को थप्पड़ क्यों मारा ; एक और जोरदार आवाज़
गूंजी अबकी बार थप्पड़ पान वाले को लगा !
लोग;अब इसको क्यों मारा !
युवक ये सब जानता है फिर भी पुच्छ रहा है क्यों मारा; एक बहुत बजुर्ग beta अब तुम बता ही दो क्यों मारा ;

युवक चच्चा देश मैं इतने मुद्दे हैं और ये साला मुझसे पूछता है स्कोर
क्या हुआ है ,बस इसलिए मारा.

Apr 15, 2013

एक कंजूस व्यक्ति समुद्र में नहाते हुए डूबने लगा...

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एक कंजूस व्यक्ति समुद्र में नहाते हुए डूबने
लगा, वो ऊपर देखकर चिल्लाते हुए
बोला,
"हे भगवान, अगर मै बच गया तो एक गरीब
को बिरयानी खिलाऊंगा !"
... तभी एक बड़ी सी लहर आई और उसको साहिल पर फेक दिया ! कंजूस ने ऊपर देखा और हँसते हुए कहा,
"कौन सी बिरयानी.. हा हा हा ...!!"
अचानक एक और लहर आई और
उसको वापस ले गई ! तभी कंजूस रोते हुए बोला,
"मेरा मतलब था वेज या नॉनवेज !!