Apr 30, 2013

एक जापानी अपने मकान की मरम्मत के

एक जापानी अपने मकान की मरम्मत के
लिए उसकी दीवार को खोल रहा था।
ज्यादातर जापानी घरों में लकड़ी की दीवारो के बीच जगह
होती है। जब वह लकड़ी की इस दीवार को उधेड़ रहा तो उसने
देखा कि वहां दीवार में एकछिपकली फंसी हुई थी।
... छिपकली के एक पैर में कील ठुकी हुई थी।
उसने यह देखा और उसे छिपकली पर रहम
आया। उसने इस मामले में उत्सुकता दिखाई
और गौर से उस छिपकली के पैर में ठुकी कील को देखा।
अरे यह क्या! यह तो वही कील है जो 4 साल पहले मकान
बनाते वक्त ठोकी गई थी। यह क्या !!!!
क्या यह छिपकली पिछले 4 सालों से
इसी हालत से दो चार है?
दीवार के अंधेरे हिस्से में बिना हिले-डुले
पिछले 4 सालों से!! यह नामुमकिन है।
मेरा दिमाग इसको गवारा नहीं कर
रहा। उसे हैरत हुई। यह छिपकली पिछले 4
सालों से आखिर जिंदा कैसे है!!! बिना एक
कदम हिले-डुले जबकि इसके पैर में कील ठुकी है!
उसने अपना काम रोक दिया और उस
छिपकली को गौर से देखने लगा। आखिर
यह अब तक कैसे रह पाई औरक्या और किस
तरह की खुराक इसे अब तक मिल पाई।
इस बीच एक दूसरी छिपकली ना जाने
कहां से वहां आई जिसके मुंह में खुराक थी।
अरे!!!! यह देखकर वह अंदर तक हिल गया।
यह दूसरी छिपकली पिछले 4
सालों से इस फंसी हुई छिपकली को खिलाती रही।
जरा गौर कीजिए वह दूसरी छिपकली बिना थके और अपने
साथी की उम्मीद छोड़े बिना लगातार 4 साल से उसे खिलाती रही।

Apr 26, 2013

अगर आज के युग में महाभारत होती तो....

अगर आज के युग में महाभारत होती तो............

...द्रौपदी को सत्यमेव जयते पर बुलाया जाता, उसकी दुःख भरी कहानीसुनने के लिए

...दुर्योधन का बिग बॉस में बुलावा पक्का था
...
...संजय आँखों देखा हाल सुनते हुए विज्ञापन भी प्रसारित करता और अरबपति हो जाता

.."अंधे का पुत्र अँधा" ट्वीट करने के बाद द्रौपदी पर धरा 66A के तहत मुकदमा चलता

...अभिमन्यु को ज्ञान की प्राप्ति हो जाती कि चक्रव्यूह से निकलना IRCTC पर टिकट कराने से कईं गुणा आसान है

...भीष्म पितामह को बाणों की शैया पर लेटे हुए देख मीडिया वाले पूछते "आपको कैसा लग रहा है"

...आधार कार्ड बनवाने का जब कौरवों का नंबर आता तो बेचारे कार्ड बनाने वालो को मानसिक तनाव की वजहसे छुट्टी लेनी पड़ जाती

...द्रौपदी के चीर-हरण का सीधा प्रसारण किया जाता

...दुर्योधन कहता कि द्रौपदी का चीरहरण इसलिए किया गया क्योंकि उसने उसको 'भैया" नहीं कहा

...बेचारे 102 कौरव सिर्फ 9 सस्ते गैस सिलेंडरो की वजह से भूखे मर जाते

...L'OREAL के विज्ञापन में द्रौपदी आती और कहती 5 Problems, 1 Solution

...युद्ध की हार-जीत पर अरबों रूपये का सट्टा लगा होता

...चक्रव्यूह से एक दिन पहले सारे न्यूज़ चैनल चक्रव्यूह तोड़ने का तरीका प्रसारित करते

...तथाकथित समाजसेवी "कौरवों को इन्साफ दिलवाओ, पांडवों ने पूरे परिवार का नरसंहार किया" के पोस्टर लेकर इंडिया गेट पर बैठे होते

..."हस्तिनापुर पर कौन राज़ करेगा ?" नाम से टीवी कार्यक्रम डेली शॉप की तरह हर रोज़ न्यूज़ चेनलो पर चलता

...भीम का ऑफिशियली वोर्नवीटा से कॉन्ट्रैक्ट होता

...द्रोणाचार्य पर शिक्षा के अधिकार न लागु करने का केस चलता

Apr 19, 2013

डीजल एवं पेट्रोल भरवाने के लिए दो उपयोगी टिप्स.

१. अपनी कार या बाइक में सुबह-
सुबह इन्धन भरवाएं जिस समय
... जमीन का तापमान कम होता है.सभी पेट्रोल पम्प में
स्टोरेज टैंक जमीन के नीचे
होता है,जितनी जमीन
ठंडी होगी उतना ही पेट्रोल एवं
डीजल का घनत्व अधिक होगा.
तापमान बढ़ने पर पेट्रोल एक्सपेंडहोता है इसलिए दिन में या शाम
के समय एक लीटर पेट्रोल वास्तव
में एक लीटर नहीं होकर कम
होता है.पेट्रोलियम के बिजनेस
वाले इस बात को जानते हैं
तथा इसका लाभ उठाते हैं.केवल एक डिग्री तापमान बढ़ने से
भी इनके लाभ में
भारी इजाफा होता है.इसके
लिए एक उपकरण आता है जिसे
टेम्परेचर-कम्पे ­ंशेटर कहते हैं किन्तु
भारत में किसी भी पेट्रोल पम्प परयह नहीं लगा हुआ है..
२. दूसरी बात ये है कि टैंक के
खाली होने का इंतज़ार ना करें
और आधे टैंक में ही पेट्रोल
भरवा लें.कारण- जितना आपके
टैंक में ईंधन
होगा उतनी ही खाली जगह में हवा कम होगी.पेट्रोल
का वाष्पीकरण बहुत तेजी से
होता है इसलिए टैंक में
हवा जितनी कम रहे
उतना अच्छा...

Apr 18, 2013

आपात आपरेशन के लिए एक फोन के बाद डाक्टर जल्दी जल्दी अस्पताल ....

एक लड़के के आपात आपरेशन के लिए एक फोन के बाद डाक्टर जल्दी जल्दी अस्पताल में प्रवेश करते हैं....उन्होंने तुरंत अपने कपडे बदल कर सर्जिकल गाउन पहना, ऑपरेशन के लिए खुद को तैयार किया और ऑपरेशन थियेटर की तरफ चल पड़े...हॉल में प्रवेश करते ही उनकी नज़र लड़के की माँ पर जाती है...जो उनका इंतज़ार करती जान पड़ती थी और बहुत व्याकुल भी लग रही थी....

डॉक्टर को देखते ही लड़के की माँ एक दम गुस्से से बोली : आपने आने इतनी
देर क्यों कर दी..? आपको पता नहीं है कि मेरे बेटे की हालत बहुत गंभीर है..? आपको अपनी जिम्मेदारी का अहसास है की नहीं..??
डॉक्टर मंद मंद मुस्कुराते हुए कहता है : मैं अपनी गलती के लिए आपसे माफ़ी मांगता हूँ...फोन आया तब मैं अस्पताल में नहीं था,जैसे ही खबर मिली मैं तुरंत अस्पताल के लिए निकल पड़ा..रास्ते में ट्रैफिक ज्यादा होने की वजह से थोड़ी देर हो गयी. अब आप निश्चिन्त रहो मैं आ गया हूँ भ
गवान की मर्ज़ी से
सब ठीक हो जाएगा..अब आप विलाप करना छोड़ दो..''

इस पर लड़के की माँ और ज्यादा गुस्से से : विलाप करना छोड़ दूं मतलब..? आपके कहने का मतलब क्या है..? मेरे बच्चे को कुछ हो गया होता तो.?" इसकी जगह आपका बच्चा होता तो आप क्या करते"..?? डॉक्टर फिर मंद मंद मुस्कुराते हुए : शांत हो जाओ बहन, जीवन और मरण वो तो भगवान के हाथ में है, मैं तो बस एक मनुष्य हूँ, फिर भी मैं मेरे से जितना अच्छा प्रयास हो सकेगा वो मैं करूँगा..बाकी आपकी दुआ और भगवान की मर्ज़ी..! क्या अब आप मुझे ऑपरेशन थियेटर में जाने देंगीं.?? डॉक्टर ने फिर नर्स को कुछ सलाह दी और ऑपरेशन रूम में चले गए..

कुछ घंटे बाद डॉक्टर प्रफुल्लित मुस्कान लिए ऑपरेशन रूम से बाहर आकर लड़के की माँ से कहते हैं : भगवान का लाख लाख शुक्र है की आपका लड़का सही सलामत है, अब वो जल्दी से ठीक हो जाएगा और आपको ज्यादा जानकारी मेरा साथी डॉक्टर दे देगा..ऐसा कह कर डॉक्टर तुरंत वहां से चल पड़ते हैं..

लड़के की माँ ने तुरंत नर्स से पुछा : ये डॉक्टर साहब को इतनी जल्दी भी क्या थी.? मेरा लड़का होश में आ जाता तब तक तो रूक जाते तो क्या बिगड़ जाता उनका..? डॉक्टर तो बहुत घमंडी लगते हैं''
ये सुनकर नर्स की आँखों में आंसू आ गए और कहा :''मैडम ! ये वही डॉक्टर हैं जिनका इकलौता लड़का आपके लड़के की अंधाधुंध ड्राइविंग की चपेट में आकर मारा गया है..उनको पता था की आपके लड़के के कारण ही उनके इकलौते लड़के की जान गयी है फिर भी उन्होंने तुम्हारे लड़के की जान बचाई है...और जल्दी वो इसलिए चले गए क्योंकि वे अपने लड़के की अंतिम क्रिया अधूरी छोड़ कर आ गए थे...

Apr 17, 2013

एक दंपत्ति की शादी को साठ वर्ष हो चुके थे। उनकी आपसी समझ इतनी अच्छी थी ...

एक दंपत्ति की शादी को साठ वर्ष हो चुके थे। उनकी आपसी समझ इतनी अच्छी थी कि इन साठ वषरें में उनमें कभी झगड़ा तक नहीं हुआ।
वे एक दूजे से कभी कुछ भी छिपाते नहीं थे।
हां, पत्‍‌नी के पास उसके मायके से लाया हुआ एक डिब्बा था जो उसने अपने पति के सामने कभी खोला नहीं था।
उस डिब्बे में क्या है वह नहीं जानता था। कभी उसने जानने की कोशिश भी की तो पत्‍‌नी ने यह कह कर टाल दिया0
कि सही समय आने पर बता दूंगी।
... आखिर एक दिन बुढि़या बहुत बीमार हो गई और उसके बचने की आशा न रही। उसके पति को तभी खयालआया कि उस डिब्बे का रहस्य जाना जाये।
बुढि़या बताने को राजी हो गई। पति ने जब उस डिब्बे को खोला तो उसमें हाथ से बुने हुये दो रूमाल और 50,000 रूपये निकले। उसने पत्‍‌नी से पूछा, यह सब क्या है। पत्‍‌नी ने बताया कि
जब उसकी शादी हुई थी तो उसकी दादी मां ने उससेकहा था कि ससुराल में कभी किसी से झगड़ना नहीं । यदि कभी किसी पर क्रोध आये तो अपने हाथसे एक रूमाल बुनना और इस डिब्बे में रखना।
बूढ़े की आंखों में यह सोचकर खुशी के मारे आंसू आ गये
उसे अपनी पत्‍‌नी पर सचमुच गर्व हुआ।
खुद को संभाल कर उसने रूपयों के बारे में पूछा ।
इतनी बड़ी रकम तो उसने अपनी पत्‍‌नी को कभी दी ही नहीं थी,
फिर ये कहां से आये ?
रूपये ! वे तो मैंने रूमाल बेच बेच कर इकठ्ठे किये है!!