उत्तर प्रदेश में 21 करोड़ लोग हैं और करीब 2.5 करोड़ परिवार हैं जिसमे से 80% यानि 2 करोड़ परिवार गाँव में रहते हैं जहा पर बिजली कब आयेगी और कब तक आयेगी किसी को पता नहीं है. मुलायम के बेटे की सरकार ने यदि लैपटॉप की जगह “सोलर पैनल” बाटा होता तो क्या होता ????
... 1- अखिलेश का बाँटा हुआ लैपटॉप 19000/- रुपये का है जिसमे 40 वाट के 3 सोलर पैनल आ जाते यानी 15 लाख लैपटोपों की कीमत में 45 लाख सोलर पैनल लग सकते हैं जिससे की 200 लाख में से 45 लाख परिवारों के पास अनिवार्य बिजली की सुविधा हो जाती यानि करीब एक चौथाई ग्रामीण घरों को 40 साल के लिए बिजली मिलना सुनिश्चित हो जाता.
चीन के बाज़ार के हिसाब से 40 वाट का पैनल 40 x 29/- = 1160/- रुपये में आ जाना चाहिए बाकि का खर्चा तार/बैटरी/लाईट/चार्जर आदि का. मजेदार बात यह है की भारत की सरकारे सोलर पैनल 200 रुपये प्रति वाट बेचती है जिससे की गरीब आदमी के घर में बिजली आ ही न सके.
2- बच्चे लैपटॉप लेकर घूम रहे हैं की इसे चार्ज कहा करे जिस गाव में मोबाइल इस लिए बंद हो जाते हैं की बिजली का पता नहीं है उस गाँव के लोगो को सरकार सोलर पैनल देती तो ज्यादा बढ़िया होता क्योकि इससे पूरे परिवार को फायदा होता यानि इस छोटी से योजना से भी 5 करोड़ लोगों के जीवन में प्रकाश आता.