May 8, 2011

जब एक ही गेंद पर दो तरीके से आउट हुए रायडू

क्रिकेट मैदान पर कई बार हास्यास्पद स्थिति पैदा होती है। कभी बल्लेबाजों द्वारा खेला गया अटपटा शॉट तो कभी अजीब सी मिसफिल्डिंग। कुछ ही ऐसी रोचक स्थिति पैदा हुई मुंबई इंडियंस और दिल्ली डेयरडेविल्स मुकाबले में जब अंबाती रायडू एक ही गेंद पर दो तरीके से आउट हुए। अंबाती रायडू ने इस मुकाबले में 39 गेंदों में 59 रन की बेहतरीन पारी खेली। इस दौरान उन्होंने 7 चौके और 2 छक्के जड़े। हालांकि वे जिस अंदाज में आउट हुए वो भी बड़ा हास्यास्पद था। मुंबई पारी के 19वें ओवर के 5वें गेंद पर एक्सट्रा कवर के ऊपर से शॉट खेलने के लिए बैकफुट पर गए। गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर हवा में चली गई और वीरेंद्र सहवाग ने उनका कैच पकड़ा। हालांकि चौंकाने वाली बात ये थी कि शॉट खेलने के दौरान अंबाती विकेट इतने करीब पहुंच गए कि उनके दाएं पैर ने स्टंप बिखेर दिया। यह पूरा माजरा टीवी रिप्ले देखने के बाद साफ हुआ। उन्हें कैच आउट की जगह हिट विकेट करार दिया गया। हालांकि विकेट जेम्स हॉप्स के खाते में ही गया।

Mar 3, 2011

सबसे महंगी शादी: 250 करोड़ में हुआ विधायक की बेटी का भव्य विवाह

नई दिल्ली। और जैसी कि उम्मीद थी प्रदेश के सोहना विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे सुखबीर सिंह जौनापुरिया ने देश भर में एक रिकॉर्ड कायम कर दिया। यह रिकॉर्ड है बेटी की सबसे महंगी और भव्य शादी का। इसके पहले तक प्रदेश के लोग फरीदाबाद के सांसद अवतार सिंह भड़ाना की बेटी की शादी को याद करते थे। भड़ाना की बेटी की शादी पानीपत निवासी सफीदों के पूर्व विधायक बच्चन सिंह आर्य के बेटे अशोक आर्य से हुई है। जौनापुरिया की बेटी योगिता की शादी सोमवार रात दिल्ली के जाने माने गुर्जर नेता कंवर सिंह तंवर के बेटे ललित तंवर से हुई। बताया जाता है कि शादी में कुल लगभग 250 करोड़ रुपए खर्च किए गए। दूल्हे को टीके की रस्म में बतौर शगुन ढाई करोड़ रुपए दिए गए तो परिवार के डेढ़ दर्जन सदस्यों को टीके के समय शगुन के रूप में एक-एक करोड़ रुपए दिए गए। लगभग 2000 बारातियों में से सभी को 11 हजार से लेकर 21 हजार रुपए, 30-30 ग्राम के चांदी के बिस्कुट व एक-एक सफारी सूट दिए गए। इस शादी में कई हजार लोगों ने शिरकत की। आसपास के सभी गांवों को इस शादी में निमंत्रण दिया गया था। सगाई पर दूल्हे को 45 करोड़ रुपये का हेलिकॉप्टर दिया गया था। फूलों से महका सारा रास्ता विवाह समारोह के लिए बनाए गए पंडाल से लगभग चार किलोमीटर पहले से ही भव्य प्रकाश व्यवस्था की गई थी। सात घोड़ों के रथ पर सवार दूल्हा बने ललित के विवाह मंडप में पहुंचते ही आतिशबाजी से पूरा आसमान नहा उठा। बारातियों का रास्ता फूलों से महक रहा था। कोलकाता से लेकर बैंकॉक तक से फूल मंगाए गए थे। मीनू में डेढ़ सौ से ज्यादा व्यंजन थे, जिनमें चांदनी चौक की चाट से लेकर हैदराबादी बिरयानी तक थी।

Mar 2, 2011

दो बोतल व्हिस्की 1.4 करोड़ रुपए में बिकी

नई दिल्ली: शराब के शौकीन अपने शौक को पूरा करने के लिए किस हद तक जा सकते हैं, इसकी मिसाल हाल ही में देखने को मिली जब व्हिस्की पीने के शौकीन दो लोगों ने ग्लासगो में डलमोर 64 ट्रिनिटास व्हिस्की की दो बोतल खरीदने के लिए दो लाख पौंड (करीब 1.4 करोड़ रुपए) खर्च किए। चौंसठ साल पुरानी इस शराब की केवल तीन बोतलें तैयार की गई थीं जिसमें से एक बोतल अमेरिका के एक व्यक्ति ने, जबकि दूसरी बोतल ब्रिटेन के एक प्रतिष्ठित व्हिस्की निवेशक ने एक-एक लाख पौंड में खरीदी। डलमोर व्हिस्की तैयार करने वाली कंपनी व्हाइट एंड मैके के युनाइटेड स्प्रिट्सि तीसरी बोतल अक्तूबर के अंत में लंदन में होने वाले एक व्हिस्की शो में रिकार्ड कीमत में बेचने की योजना बनाई है। कंपनी का दावा है कि विश्व के इतिहास में पहली बार व्हिस्की ने लाख पौंड का स्तर छूआ है।

जानिए क्या होता है सेक्शन 80डी

आयकर की धारा 80डी के तहत हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में अदा किए गए प्रीमियम पर आयकर कटौती हासिल होती है। लेकिन सेक्शन 80 डी से जुड़े कई और प्रावधान हैं, जिनपर कर कटौती हासिल होती है। मसलन 80डीडी के तहत आपको अपनी पत्नी, माता-पिता, बच्चे और आश्रित भाई-बहन के इलाज के लिए इंश्योरेंस प्रीमियम पर कर कटौती हासिल होती है। यह राशि 50,000 रुपये तक होती है। अगर किसी कारणवश अपंगता 40 फीसदी है तो 50000 की कटौती मिलती है। लेकिन यह अपंगता 80 फीसदी या ज्यादा है तो एक लाख रुपये की कटौती मिलती है। सेक्शन 80डीडीबी के तहत किसी गंभीर और लंबी बीमारी के इलाज में खर्च की गई रकम पर कर कटौती मिलती है। इनमें कैंसर डिम्नेशिया, पार्किंसंश और एड्स कुछ दूसरी बीमारियां शामिल हैं। सीनियर सिटीजन के मामले में यह कटौती 40,000 रुपये से लेकर 60,000 रुपये तक हो सकती है। कोई आयकर दाता अपने माता-पिता, बच्चे, आश्रित भाई-बहनों और पत्नी के इलाज में खर्च की गई रकम को कटौती के लिए दावा कर सकता है। इसके लिए चिकित्सक से प्रमाणपत्र लेना होता। सरकारी अस्पताल के चिकित्सक से प्रमाणन मान्य है। पूरी इलाज राशि की कटौती के लिए दावा किया जा सकता है।

जानिए क्या होता है आयकर धारा 80जी

आयकर की धारा 80 जी के तहत कोई भी व्यक्ति किसी फंड्स या चैरिटेबल इंस्टीट्यूशन को दिए गए दान पर कर का छूट ले सकता है। ऐसे मामले में सिर्फ एक ही शर्त है कि आप जिस संस्था का यह दान देते हैं वह सरकार के पास रजिस्टर्ड जरूर हो। ऐसे दान में रकम की कोई नहीं है। हालांकि कर छूट का लाभ केवल कुल दान की रकम के दस फीसदी हिस्से तक ही लिया जा सकता है। आयकर की धारा 80 जी के तहत लाभ लेने के लिए आपको दान की रसीद भी जारी करना पड़ता है। आयकर की धारा 80 की अलग-अलग उपधाराओं में आयकर में छूट मिलता है। इनमें बच्चों की शिक्षा, यूलिप या इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत अदा किया गया प्रीमियम भी है। इसके अलावा मेडिकल इंश्योरेंस में अदा किए गए प्रीमियम पर आय कर में छूट क्लेम कर सकते हैं। हालांकि इंश्योरेंस प्रीमियम की रसीदें आयकर कटौती ब्योरे में शामिल करना बेहद जरूरी होता है। बच्चों की फीस में सिर्फ ट्यूशन फीस पर आयकर में छूट मिलती है।