गुजरे साल में विवाद खड़े करने में महिलाएं भी पीछे नहीं रहीं। नीरा राडिया ऐसी महिला के रूप में सामने आई जो देश के कई बड़े नेताओं, नौकरशाहों, संपादकों और उद्योगपतियों को अपने इशारे पर नचा रही थी। वह किसी को मंत्री बनवा रही थी तो किसी को मंत्रिमंडल में आने से रोक रही थी। उसके कहने पर ही उद्योगपति एक दूसरे से दोस्ती या दुश्मनी कर रहे थे तो संपादक उसके बताए सवाल पूछ रहे थे। यही नहीं बड़े संपादक तो अपने लेख भी उसके बताए अनुसार ही लिख रहे थे। आयकर विभाग द्वारा टैप किए गए उसके फोन से तो पूरे देश में बवंडर ही खड़ा हो गया।
वहीं दूसरी ओर इस्लामाबाद में तैनात भारतीय विदेश सेवा की अफसर माधुरी गुप्ता अपने देश की खुफिया जानकारियां पाकिस्तानी अधिकारियों को देती हुई पकड़ी गईं। बोलीं कि वे अपने सीनियर अधिकारियों द्वारा अपनी उपेक्षा किए जाने से नाराज थीं। जस्टिस निर्मल यादव पर रिश्वत लेने का आरोप लगा। वे पकड़ीं तब गइर्ं जब उन्हें पांच लाख रुपए पहुंचाने गया व्यक्ति उनके पड़ोस में रहने वाली जज जस्टिस निर्मलजीत कौर के घर पैसे दे आया। करेले पर नीम चढ़े की कहावत तब याद आई जब उस समय देश के मुख्य न्यायाधीश के पद पर बैठे जस्टिस के.जी. बालाकृष्णन ने निर्मल यादव के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति देने से इंकार कर दिया।
Dec 28, 2010
उफ! देश ने मैच जीता, फिर भी हर किसी के मन में कसक
2010 कुछ ऐसी घटनाओं के लिए भी याद किया जाएगा, जिन्होंने एक पल के लिए आपको स्तब्ध कर दिया। कुछ लोगों की जिंदगी के लिए ये पल हृदयविदारक थे लेकिन सुनकर और पढ़कर दु:ख सभी को हुआ। वैसे हादसे जिंदगी का हिस्सा हैं लेकिन ऐसी घटनाएं भी हुईं, जो हम रोक सकते थे पर नहीं रोक पाए। सालभर पर नजर दौड़ाई तो कई बार दिल में गूंजा। उफ। काश ऐसा न हुआ होता।
इसी साल श्रीलंका के दांबुला में 16 अगस्त को खेले गए एक मैच में आखिरी बॉल ने दुनियाभर के क्रिकेट प्रेमियों को सकते में डाल दिया। यह मैच भारत ने ही जीता, फिर भी कहीं एक बड़ी कसक रह गई। मैच में सहवाग 99 पर थे और भारत को भी जीत के लिए एक रन चाहिए था।
मैच देख रहा हर दर्शक उम्मीद बांधे था कि सहवाग जीत के साथ अपना सैकड़ा भी पूरा करेंगे। दर्शकों की मंशा के अनुरूप सहवाग ने शानदार छक्का भी मारा, लेकिन अफसोस कि ये रन नियमानुसार उनके खाते में नहीं जुड़े। दरअसल, यह श्रीलंकाई गेंदबाज सूरज रणदीव द्वारा सोच-समझकर नो बॉल डालने की वजह से हुआ। इसके लिए उन्हें तिलकरत्ने व दिलशान ने भी उकसाया था। घटना की पूरे खेले जगत में निंदा हुई। श्रीलंकाई बोर्ड ने भी दोनों के खिलाफ एक्शन लिया।
इसी साल श्रीलंका के दांबुला में 16 अगस्त को खेले गए एक मैच में आखिरी बॉल ने दुनियाभर के क्रिकेट प्रेमियों को सकते में डाल दिया। यह मैच भारत ने ही जीता, फिर भी कहीं एक बड़ी कसक रह गई। मैच में सहवाग 99 पर थे और भारत को भी जीत के लिए एक रन चाहिए था।
मैच देख रहा हर दर्शक उम्मीद बांधे था कि सहवाग जीत के साथ अपना सैकड़ा भी पूरा करेंगे। दर्शकों की मंशा के अनुरूप सहवाग ने शानदार छक्का भी मारा, लेकिन अफसोस कि ये रन नियमानुसार उनके खाते में नहीं जुड़े। दरअसल, यह श्रीलंकाई गेंदबाज सूरज रणदीव द्वारा सोच-समझकर नो बॉल डालने की वजह से हुआ। इसके लिए उन्हें तिलकरत्ने व दिलशान ने भी उकसाया था। घटना की पूरे खेले जगत में निंदा हुई। श्रीलंकाई बोर्ड ने भी दोनों के खिलाफ एक्शन लिया।
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Dec 5, 2010
गडकरी के बेटे की शानदार शादी
नागपुर। देश की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष नितिन गडकरी ने अपने बेटे निखिल गडकरी की शादी को यादगार बनाने के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए। कल नागपुर के स्टेडियम में रिसेप्शन के दौरान कई दिग्गज शामिल हुए।
गडकरी के बेटे की शादी पर पूरा शहर दुल्हन की तरह सजा था। नागपुर का जामाता स्टेडियम और रेशम बाग में ग्रांड पार्टी रखी गई थी। बड़े-बड़े उद्योगपति, राजनेता, फिल्मी हस्तियां और कई आला अफसर शादी के बाद होने वाले रिसेप्शन में शरीक हुए।
गडकरी ने खरीदा नौ करोड़ का घर, सजावट पर भी फूंके नौ करोड़?
दरअसल 72 साल में पहली बार नागपुर एयरपोर्ट पर 50 से ज्यादा चार्टर्ड प्लेन उतरे। भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, कई राज्यों के मुख्यमंत्री, मुकेश अंबानी, अनिल अंबानी, राहुल बजाज, कुमारमंगलम बिड़ला और विजय माल्या जैसी देश की कई जानी-मानी हस्तियां गडकरी के ग्रांड शो का हिस्सा बनीं। 270 सीटों वाले एयरबस से 320 भाजपा के बड़े नेता और सांसद नागपुर पहुंचे। एयरबस 319 से लेकर एमब्रेयर जेट विमान तक नागपुर में उतरे।
कल करीब डेढ़ लाख लोग रिसेप्शन में शामिल हुए। शादी के न्योते के लिए एक करोड़ रुपए के तो सिर्फ कार्ड छापे गए। अकेले नागपुर शहर में 1 लाख 36 हजार कार्ड बांटे गए। किसानों की मौत के कारण सुर्खियों में आए महाराष्ट्र के विदर्भ इलाके में अपने खास मेहमानों को गडकरी ने 80 हजार कार्ड बांटे। देश भर में चुनिंदा 76 हजार लोगों को भी शादी का न्योता भेजा गया था।
खाने के शौकीन नितिन गडकरी ने मेहमानों के लिए बेहद लजीज पकवानों का इंतजाम किया गया। इसमें मालवा का खास दाल-बाटी-चूरमा, पंजाब
शाही भोज में 300 लोगों को चांदी की थाली में भोजन परोसा जाएगा। खाना परोसने वाले बैरे खास राजस्थानी ड्रेस में थे। खाने के बाद पेड़ा पान का इंतजाम करना भी नितिन गडकरी नहीं भूले।
भाजपा अध्यक्ष ने मेहमानों का इतना खयाल रखा और उनकी आवभगत में करोड़ों खर्च कर दिए तो भला उसके लिए कुछ करना कैसे भूलेंगे जिसकी शादी है।
पापा गडकरी ने अपने दूल्हे बेटे के लिए भी एक शानदार तोहफे का इंतजाम किया है। अपने बिजनेसमैन बेटे निखिल को नागपुर के हिल रोड पर गडकरी ने एक बंगला तोहफे में दिया है।
बंगला नंबर 46 की कीमत 9 करोड़ रुपए है और माना जा रहा है कि बंगले की साज-सज्जा में ही चार करोड़ रुपये खर्च किए हैं। इसके साथ ही गडकरी ने अपने दूल्हे राजा बेटे को एक बीएमडब्ल्यू कार भी तोहफे में दी है।
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