लड़की वो होती है जो पार्टी में जाने से पहले-:
फेशियल,
ब्लीच,
वैक्सिंग,
हेयर कटिंग,
... थ्रेडिंग
स्क्रबिंग करती है...
और फिर खूब सारा मेकअप करती है।
फिर परफ्यूम लगाती है।
अंगूठी, नेकलेस, अच्छी सी ड्रेस और सैंडल
पहनती है।
खूब छांट कर एक अच्छा सा पर्स लेकर
आती है...
फिर कहती है-
“अरे यार जल्दी की वजह से कुछ कर
ही नहीं पाई।”
अब अगर लड़के की बात करें तो –
लड़का वो होता है जो पार्टी में जाने से पहले
अपने दोस्त को फोन करता है और पूछता है-
“भाई तू नहा कर आएगा क्या ?”
दोस्त - “चल बे, तेरे बाप की बारात है क्या !!
वारी जाऊं क्यूँ कहूँ, फेरे पुरुष निगाह ।
ReplyDeleteबन-ठन कर फेरे लगा, रहा कलेजा दाह ।
रहा कलेजा दाह, राह पर धूल फांकता ।
गुजरा पूरा साल, नया कानून सालता।
चुकता जाए धैर्य, करे क्या कन्या क्वाँरी ।
मर्द-जात बदजात, व्यर्थ ही बदन संवारी।